FIH Men's Hockey WC: भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 5-2 से दी मात, संयुक्त 9th स्थान पर रहा

राउरकेला: भारत ने दबदबे भरा प्रदर्शन करते हुए पहले और चौथे क्वार्टर में दो दो गोल कर शनिवार को यहां क्लासिफिकेशन मैच में दक्षिण अफ्रीका को 5-2 से हरा दिया जिससे मेजबान टीम एफआईएच पुरूष विश्व कप में संयुक्त नौवें स्थान पर रही.

दुनिया की छठे नंबर की टीम ने मैच में छह पेनल्टी कॉर्नर हासिल किये और एक में गोल दागा. वहीं 14वीं रैंकिंग पर काबिज दक्षिण अफ्रीका ने तीन पेनल्टी कॉर्नर हासिल किये लेकिन एक को भी नहीं भुना सकी. भारत ने सर्कल में 31 बार सेंध लगायी जबकि दक्षिण अफ्रीका ने ऐसा 22 बार किया.

विपक्षी टीम के गोल में सेंध लगाना जारी रखा:
घरेलू टीम ने गेंद पर 60 प्रतिशत दबदबा रखा और गोल में 14 शॉट लगाये जबकि दक्षिण अफ्रीका ने नौ बार ऐसा किया. मैच के ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ रहे अभिषेक ने पांचवें ही मिनट में भारत का खाता खोल दिया जिसके बाद कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने 12वें मिनट में अपनी ड्रैग फ्लिक से गोल कर स्कोर दोगुना कर दिया. दूसरे क्वार्टर में कोई गोल नहीं हो सका, हालांकि भारत ने विपक्षी टीम के गोल में सेंध लगाना जारी रखा.

रोहिदास को पीला कार्ड दिखाया गया था:
पहले हाफ में 2-0 से आगे चल रही भारतीय टीम को तीसरे क्वार्टर में पांच मिनट के लिये 10 खिलाड़ियों के साथ ही खेलना पड़ा क्योंकि अमित रोहिदास को पीला कार्ड दिखाया गया था.
रोहिदास के आते ही भारत ने तीसरे क्वार्टर में शमशेर सिंह (45वें मिनट) की बदौलत गोल कर दिया. चौथे क्वार्टर में चार गोल हुए जिसमें से दोनों टीमों ने दो दो गोल किये. भारत ने चौथा गोल 49वें मिनट में शानदार टीम प्रयास से किया. राजकुमार पाल के पास पर जर्मनप्रीत सिंह ने नीचा क्रॉस दिया जिसे आकाशदीप ने सीधे गोल में पहुंचा दिया.

दक्षिण अफ्रीका की टीम इस मौके का फायदा नहीं उठा सकी:
कुछ ही सेकेंड बाद दक्षिण अफ्रीका ने मैच का पहला गोल मिविम्बी सामकेलो (49वें मिनट) की बदौलत किया और इस ताकतवर शॉट को भारतीय गोलकीपर पीआर श्रीजेश रोकने में नाकाम रहे. सुखजीत को 50वें मिनट में पांच मिनट के लिये बाहर रहना पड़ा क्योंकि एक फाउल के कारण उन्हें पीला कार्ड दिखाया गया. लेकिन दक्षिण अफ्रीका की टीम इस मौके का फायदा नहीं उठा सकी. सुखजीत ने 58वें मिनट में टीम के लिये पांचवां गोल किया. आकाशदीप ने भी इस गोल में अहम भूमिका निभायी क्योंकि उनका रिवर्स शॉट दक्षिण अफ्रीका के गोलकीपर से रिबाउंड हो गया और सुखजीत इसे गोल में पहुंचाने के लिये सही जगह खड़े थे.

गोल करने के मौके बनाये और अच्छा डिफेंड भी किया:
दक्षिण अफ्रीका को मैच खत्म होने से एक मिनट पहले एक पेनल्टी स्ट्रोक हासिल किया. मुस्तफा ने इस पर गोल किया.  कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा, ‘‘हमने नहीं सोचा था कि हम इस स्थान पर रहेंगे (संयुक्त नौवें स्थान पर). लेकिन हमने इस विश्व कप एक भी मैच नहीं गंवाया (न्यूजीलैंड से 3-3 की बराबरी के बाद शूटआउट में हारे). न्यूजीलैंड को छोड़कर हमने अच्छा खेल दिखाया.उन्होंने कहा कि हम न्यूजीलैंड के खिलाफ उन दो क्वार्टर में बेहतर कर सकते थे. हमने गोल करने के मौके बनाये और अच्छा डिफेंड भी किया. 

पुरूष विश्व कप में संयुक्त नौवें स्थान पर रही:
इस मैच से पहले दिन के अन्य मुकाबलों में अर्जेंटीना ने वेल्स को 6-0 से हराकर भारत के साथ संयुक्त नौंवा स्थान हासिल किया. मलेशिया ने जापान को 3-2 से हराया जिससे वह भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 5-2 से हराया, संयुक्त नौंवे स्थान पर रहा. राउरकेला, 28 जनवरी (भाषा) भारत ने दबदबे भरा प्रदर्शन करते हुए पहले और चौथे क्वार्टर में दो दो गोल कर शनिवार को यहां क्लासिफिकेशन मैच में दक्षिण अफ्रीका को 5-2 से हरा दिया जिससे मेजबान टीम एफआईएच पुरूष विश्व कप में संयुक्त नौवें स्थान पर रही.

दक्षिण अफ्रीका ने ऐसा 22 बार किया:
दुनिया की छठे नंबर की टीम ने मैच में छह पेनल्टी कॉर्नर हासिल किये और एक में गोल दागा. वहीं 14वीं रैंकिंग पर काबिज दक्षिण अफ्रीका ने तीन पेनल्टी कॉर्नर हासिल किये लेकिन एक को भी नहीं भुना सकी. भारत ने सर्कल में 31 बार सेंध लगायी जबकि दक्षिण अफ्रीका ने ऐसा 22 बार किया.

भारत ने विपक्षी टीम के गोल में सेंध लगाना जारी:
घरेलू टीम ने गेंद पर 60 प्रतिशत दबदबा रखा और गोल में 14 शॉट लगाये जबकि दक्षिण अफ्रीका ने नौ बार ऐसा किया. मैच के ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ रहे अभिषेक ने पांचवें ही मिनट में भारत का खाता खोल दिया जिसके बाद कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने 12वें मिनट में अपनी ड्रैग फ्लिक से गोल कर स्कोर दोगुना कर दिया. दूसरे क्वार्टर में कोई गोल नहीं हो सका, हालांकि भारत ने विपक्षी टीम के गोल में सेंध लगाना जारी रखा.

रोहिदास को पीला कार्ड दिखाया गया था:
पहले हाफ में 2-0 से आगे चल रही भारतीय टीम को तीसरे क्वार्टर में पांच मिनट के लिये 10 खिलाड़ियों के साथ ही खेलना पड़ा क्योंकि अमित रोहिदास को पीला कार्ड दिखाया गया था.
रोहिदास के आते ही भारत ने तीसरे क्वार्टर में शमशेर सिंह (45वें मिनट) की बदौलत गोल कर दिया. चौथे क्वार्टर में चार गोल हुए जिसमें से दोनों टीमों ने दो दो गोल किये. भारत ने चौथा गोल 49वें मिनट में शानदार टीम प्रयास से किया. राजकुमार पाल के पास पर जर्मनप्रीत सिंह ने नीचा क्रॉस दिया जिसे आकाशदीप ने सीधे गोल में पहुंचा दिया.

भारतीय गोलकीपर पीआर श्रीजेश रोकने में नाकाम रहे:
कुछ ही सेकेंड बाद दक्षिण अफ्रीका ने मैच का पहला गोल मिविम्बी सामकेलो (49वें मिनट) की बदौलत किया और इस ताकतवर शॉट को भारतीय गोलकीपर पीआर श्रीजेश रोकने में नाकाम रहे. सुखजीत को 50वें मिनट में पांच मिनट के लिये बाहर रहना पड़ा क्योंकि एक फाउल के कारण उन्हें पीला कार्ड दिखाया गया. लेकिन दक्षिण अफ्रीका की टीम इस मौके का फायदा नहीं उठा सकी. सुखजीत ने 58वें मिनट में टीम के लिये पांचवां गोल किया. आकाशदीप ने भी इस गोल में अहम भूमिका निभायी क्योंकि उनका रिवर्स शॉट दक्षिण अफ्रीका के गोलकीपर से रिबाउंड हो गया और सुखजीत इसे गोल में पहुंचाने के लिये सही जगह खड़े थे.

हमने गोल करने के मौके बनाये और अच्छा डिफेंड भी किया:
दक्षिण अफ्रीका को मैच खत्म होने से एक मिनट पहले एक पेनल्टी स्ट्रोक हासिल किया. मुस्तफा ने इस पर गोल किया.  कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा, ‘‘हमने नहीं सोचा था कि हम इस स्थान पर रहेंगे (संयुक्त नौवें स्थान पर). लेकिन हमने इस विश्व कप एक भी मैच नहीं गंवाया (न्यूजीलैंड से 3-3 की बराबरी के बाद शूटआउट में हारे). न्यूजीलैंड को छोड़कर हमने अच्छा खेल दिखाया. उन्होंने कहा कि हम न्यूजीलैंड के खिलाफ उन दो क्वार्टर में बेहतर कर सकते थे. हमने गोल करने के मौके बनाये और अच्छा डिफेंड भी किया. इस मैच से पहले दिन के अन्य मुकाबलों में अर्जेंटीना ने वेल्स को 6-0 से हराकर भारत के साथ संयुक्त नौंवा स्थान हासिल किया. मलेशिया ने जापान को 3-2 से हराया जिससे वह फ्रांस के साथ संयुक्त 13वें स्थान पर रही. फ्रांस ने चिली पर 4-2 से जीत हासिल की.

वेल्स और दक्षिण अफ्रीका संयुक्त 11वें स्थान पर रहे:
वेल्स और दक्षिण अफ्रीका संयुक्त 11वें स्थान पर रहे जबकि जापान और चिली ने अंतिम (संयुक्त 15वां) स्थान हासिल किया. भारत 1998 और 2014 में भी नौंवे स्थान पर रहा था. टीम 1990 और 2002 में 10वें, 2006 में 11वें और 1986 में 12वें स्थान पर रही थी.फ्रांस ने चिली पर 4-2 से जीत हासिल की. वेल्स और दक्षिण अफ्रीका संयुक्त 11वें स्थान पर रहे जबकि जापान और चिली ने अंतिम (संयुक्त 15वां) स्थान हासिल किया. भारत 1998 और 2014 में भी नौंवे स्थान पर रहा था. टीम 1990 और 2002 में 10वें, 2006 में 11वें और 1986 में 12वें स्थान पर रही थी. सोर्स-भाषा