नई दिल्ली: भारत को उम्मीद है कि यूरोपीय संघ के साथ प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) से ‘अहम बदलाव’ होंगे. विदेश मंत्री एस जयशंकर न मंगलवार को यह बात कही. उन्होंने साथ ही भरोसा जताया कि समझौते के लिए ‘तय समयसीमा’ के भीतर पारस्परिक रूप से लाभकारी निष्कर्ष तक पहुंचा जा सकेगा.
उन्होंने भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के एक कार्यक्रम में कहा कि यूरोप और भारत निर्भरता को कम करके, महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों पर सहयोग बढ़ाकर और आपूर्ति-श्रृंखला के पुनर्गठन के जरिये एक-दूसरे की रणनीतिक स्वायत्तता का समर्थन कर सकते हैं.
निवेश समझौते के लिए बातचीत फिर शुरू की थी:
उन्होंने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि भारत-यूरोपीय संघ (ईयू) एफटीए दोनों पक्षों के रिश्ते के लिए अहम बदलाव लाएगा. हम पारस्परिक रूप से लाभकारी नतीजे तक पहुंचने के लिए तय समयसीमा के भीतर बातचीत पूरी करने के लिए तत्पर हैं. भारत और यूरोपीय संघ ने आठ साल के बाद पिछले वर्ष जून में लंबे समय से लंबित व्यापार और निवेश समझौते के लिए बातचीत फिर शुरू की थी.
रणनीतिक स्वायत्तता को मजबूत कर सकते हैं:
उन्होंने कहा कि व्यापार समझौतों के लिए भारत का नया नजरिया गैर-शुल्क और अन्य बाधाओं का समाधान करता है. विदेश मंत्री ने कहा कि हमने हाल के वर्षों में समान विचारधारा वाले भागीदारों के साथ अपनी एफटीए वार्ता प्रक्रियाओं को तेज किया है. यूएई और ऑस्ट्रेलिया के साथ एफटीए रिकॉर्ड समय में पूरे हुए. उन्होंने कहा कि यूरोप और भारत निर्भरता को कम करके एक-दूसरे की रणनीतिक स्वायत्तता को मजबूत कर सकते हैं. सोर्स-भाषा