जयपुरः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने राजस्थान के जयपुर में महाराजा सवाई जय सिंह द्वारा स्थापित प्रसिद्ध सौर वेधशाला जंतर मंतर पर मुलाकात की. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों जंतर-मंतर पहुंचे. पीएम मोदी ने जंतर-मंतर पर मैक्रों का स्वागत किया. पीएम मोदी ने इमैनुएल मैक्रों को गले लगाया. इससे पहले फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों आमेर में सांस्कृतिक साक्षात्कार से अभिभूत दिखे. 2 घंटे आमेर में बिताने के बाद इमैनुएल मैक्रों आमेर से रवाना हुए. अब जंतर-मंतर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मैक्रों की मुलाकात होगी. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के आमेर पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया. इमैनुएल मैक्रों कड़ी सुरक्षा के बीच हाथी स्टैंड से महल पहुंचे. सूरजपोल गेट पर भव्य परम्परागत स्वागत हुआ.
आपको बता दें कि जयपुर में आज दुनिया की दो महाशक्ति पहुंची. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जंतर-मंतर पहुंचे. पीएम मोदी जंतर-मंतर पर फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों का स्वागत करेंगे. इसके बाद मोदी-मैक्रों हवामहल के सामने चाय पर चर्चा करेंगे. अल्बर्ट हॉल की भव्य सौंदर्य को पीएम मोदी-राष्ट्रपति मैक्रों निहारेंगे.शाम को रामबाग होटल में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय चर्चा होगी. आपको बता दें कि भारत-फ्रांस के बीच रिश्ते की मजबूती का नया दौर है. फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि होंगे.इमैनुएल मैक्रों गणतंत्र दिवस से पहले दिन देश के ’पेरिस’ देखने पहुंचे.
3 दशक में फ्रांस यूरोप में भारत का सबसे मजबूत साझेदार बनकर उभरा.रूस के बाद अब फ्रांस भारत का सबसे बड़ा दोस्त बनता जा रहा है. दोनों देशों के आपसी रिश्तों के साथ कारोबारी रिश्ते भी मजबूत हो रहे है.1998 में जब फ्रांस खुलकर भारत के पक्ष में आया, तब से शुरुआत हुई. पोकरण परमाणु परीक्षण के बाद दुनिया भारत के खिलाफ हो गई थी. उस समय दुनिया की तमाम महाशक्तियां भारत के खिलाफ हो गई थी. तमाम पश्चिमी देशों ने भारत पर कई तरह के प्रतिबंध थोप दिए.ऐसे वक्त में फ्रांस अकेला पश्चिमी देश जो भारत के साथ खड़ा हुआ. फ्रांस भारत पर लगाए गए प्रतिबंधों के खिलाफ था.
उस वक्त फ्रांसीसी राष्ट्रपति जैक शिराक ने दोस्ती की नींव रखी थी. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के 5 स्थायी सदस्यों में एकमात्र फ्रांस ऐसा देश था. परमाणु परीक्षण को लेकर भारत पर लगाए अमेरिकी प्रतिबंधों की अवहेलना की. फ्रांस ने सार्वजनिक मंच पर भारत के परमाणु परीक्षण का समर्थन किया था. इसके बाद से भारत और फ्रांस के रिश्तों में कई सुधार होते रहे. दोनों देशों के बीच कारोबारी रिश्तों में मजबूती आती रही. हथियारों की खरीदारी में भारत के लिए फ्रांस की भागीदारी अहम है.
साल 2018 से 2022 के बीच भारत ने 30 प्रतिशत हथियार फ्रांस से खरीदे. फ्रांस 26 सालों में भारत को एयरक्राफ्ट और सबमरीन दिए. रक्षा उत्पाद बेचने वाला दूसरा सबसे बड़ा देश फ्रांस बना है. फ्रांस ने अप्रैल 2000 से मार्च 2023 तक 10.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश किया. भारत-फ्रांस के बीच 13.4 बिलियन डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार, जो पिछले साल से 7.72 प्रतिशत अधिक है. 1000 से ज्यादा फ्रांसीसी कंपनियां भारत में काम कर रही है. 200 से ज्यादा भारतीय कंपनियां फ्रांस में एक अरब यूरो के अधिक का कारोबार कर रही है.