नई दिल्ली: श्रीलंका के खिलाफ क्राइस्टचर्च (न्यूजीलैंड) टेस्ट में न्यूजीलैंड की दो विकेट से रोमांचक जीत के साथ ही भारत ने सोमवार को प्रतिष्ठित विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया.
भारत सात जून से द ओवल में खेले जाने वाले डब्ल्यूटीसी फाइनल में ऑस्ट्रेलिया का सामना करेगा. भारतीय टीम लगातार दूसरी बार डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंची हैं. टीम इसके शुरुआती सत्र (2021) में न्यूजीलैंड से हार गयी थी. डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचने की उम्मीदों को बनाये रखने के लिए दिमुथ करुणारत्ने की अगुवाई वाली श्रीलंका की टीम को न्यूजीलैंड दौरे पर दो मैचों की श्रृंखला में 2-0 की जीत दर्ज करनी थी. लेकिन शुरुआती मैच में हार के साथ ही उसकी उम्मीदें खत्म हो गयी.
फाइनल में जगह हासिल करने वाली पहली टीम बनीं थी:
इंदौर में बॉर्डर-गावस्कर श्रृंखला के तीसरे टेस्ट में भारत को नौ विकेट से हराकर ऑस्ट्रेलिया डब्ल्यूटीसी फाइनल में जगह हासिल करने वाली पहली टीम बनीं थी. इसके बाद भारत को अहमदाबाद टेस्ट में जीत या न्यूजीलैंड और श्रीलंका के बीच पहले टेस्ट में अनुकूल परिणाम की जरूरत थी. क्राइस्टचर्च टेस्ट के परिणाम ने बॉर्डर-गावस्कर श्रृंखला के चौथे टेस्ट को समीकरण से बाहर कर दिया. ऑस्ट्रेलिया अहमदाबाद टेस्ट से पहले डब्ल्यूटीसी फाइनल की तालिका में 68.52 प्रतिशत अंक (पीटीसी) के साथ शीर्ष पर है.
समीकरण से सभी अगर-मगर को हटा दिया:
क्राइस्टचर्च टेस्ट से पहले श्रीलंका का प्रतिशत अंक 53.33 था. न्यूजीलैंड दौरे पर टीम के दोनों मैचों के जीतने पर उसका प्रतिशत अंक 61.11 हो जाता और अहमदाबाद टेस्ट ड्रॉ पर छूटने पर टीम क्वालीफाई कर लेती. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथा टेस्ट ड्रॉ होने पर भारत का पीटीसी 60.29 अंक रहेगा. न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान केन विलियमसन ने हालांकि नाबाद 121 रन की पारी खेलकर न्यूजीलैंड की रोमांचक जीत सुनिश्चित करने के साथ डब्ल्यूटीसी फाइनल के समीकरण से सभी अगर-मगर को हटा दिया. सोर्स-भाषा