भारतीय महिला हॉकी टीम ने स्पेन को 3-0 से हराकर जीता स्पेनिश फेडरेशन हॉकी टूर्नामेंट

नई दिल्ली : भारतीय महिला हॉकी टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए रविवार को मेजबान करने वाले स्पेन को 3-0 से आसानी से हरा दिया और 100वीं वर्षगांठ स्पेनिश हॉकी फेडरेशन-अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट जीत लिया. वंदना कटारिया (22वें मिनट), मोनिका (48वें मिनट) और उदिता (58वें मिनट) ने गोल दागे, जिससे भारत टूर्नामेंट में जीत हासिल की.

इंग्लैंड के खिलाफ शनिवार के मैच की सफलता पर सवार होकर, जहां लालरेम्सियामी की हैट्रिक ने उन्हें 3-0 से जीत दिलाने में मदद की, टेबल टॉपर्स भारत ने पहले क्वार्टर में मजबूत शुरुआत की. इंग्लैंड के खिलाफ शनिवार के मैच की सफलता पर सवार होकर, जहां लालरेम्सियामी की हैट्रिक ने उन्हें 3-0 से जीत दिलाने में मदद की, टेबल टॉपर्स भारत ने पहले क्वार्टर में मजबूत शुरुआत की. स्पेन ने पहले क्वार्टर के आखिरी पांच मिनटों में कुछ अच्छे मौके बनाए लेकिन भारतीय कप्तान और गोलकीपर सविता ने कुछ अच्छे बचाव करके विरोधियों को दूर रखा.

भारत का दूसरे क्वाटर में प्रदर्शन: 

भारत ने दूसरे क्वार्टर की शुरुआत दमदार तरीके से की और बढ़त लेने का स्पष्ट इरादा दिखाया. उन्होंने एक मजबूत हमला किया, जिसमें सुशीला ने 22वें मिनट में एक बेहतरीन फील्ड गोल का मौका दिया. उन्होंने सर्कल के शीर्ष पर एक तेज पास के साथ नेहा गोयल की सहायता की, लेकिन नेहा का शॉट स्पेनिश गोलकीपर क्लारा पेरेज़ के पैड से टकराकर उछल गया. इंग्लैंड के खिलाफ मैच की स्टार लालरेम्सियामी ने रिबाउंड उठाया और उसे गोलकीपर के पार पहुंचा दिया और वंदना गेंद को गोल-लाइन के पार धकेलने के लिए हल्का सा स्पर्श पाने के लिए पूरी तरह से तैयार थी.

आखरी गोल लगाकर उदिता ने दिलाई भारत को जीत: 

इस बढ़त ने भारत को बढ़त दिला दी, जिससे उन्हें स्ट्राइकिंग सर्कल में आत्मविश्वास से हमला करने का मौका मिला. उन्होंने अगले मिनटों में गेंद पर कब्ज़ा जमाकर स्पेन पर दबाव बनाया. भारत ने 48वें मिनट में बढ़त बना ली जब मोनिका ने पेनल्टी कॉर्नर पर मारिया रुइज़ को गोल में बदल दिया, जिन्होंने स्पेनिश बार के तहत पेरेज़ की जगह ली थी. 2-0 की बढ़त के साथ भारत ने मजबूती से बचाव किया. दीप ग्रेस एक्का, निक्की प्रधान और सुशीला चानू ने स्पेनिश हमले को रोके रखा जबकि फॉरवर्ड ने तीसरे गोल के लिए जोर लगाया. आखिरी हूटर बजने के दो मिनट बाद मौका आया जब आत्मविश्वास से भरी उदिता ने अच्छे ड्रिब्लिंग कौशल के साथ धैर्य दिखाया और नेट पर गोल दागा.