नई दिल्लीः नौसेना की ताकत एक बार फिर बढ़ी है. आईएनएस इंफाल आज नौसेना में शामिल हो गया है. भारत का स्वदेशी युद्धक जहाज INS इंफाल ब्रह्मोस मिसाइलों से लैस है. इसका कमीशन कार्यक्रम मंबई के नेवल डॉकयार्ड पर हुआ. इस दौरान खुद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इसे कमीशन करने के लिए मंबई के नेवल डॉकयार्ड पर मौजूद रहे.
कार्यक्रम में रक्षा मंत्री ने संबोधित करते हुए कहा कि सरकार नौसेना पर पूरा ध्यान दे रही है. स्वदेश निर्मित युद्धपोत इंफाल नॉर्थ-ईस्ट को प्रदर्शित करता है. नॉर्थ ईस्ट के शहर के नाम पर भारत का पहला स्वदेश निर्मित युद्धपोत इंफाल है. युद्ध दो सेनाओं नहीं बल्कि दो देशों के बीच होता है. भारत एक आईलैंड देश है. आजकल समंदर में हलचल बढ़ गई है. भारत की बढ़ती ताकत से कुछ शक्तियां परेशान भी है.
INS इंफाल में हवा और जमीन और मारने वाली मिसाइलें हैं. पनडुब्बियों को तबाह करने का रॉकेट लॉन्चर और 76 MM की सुपर रैपिड गन भी है. यह परमाणु, रसायनिक या जैविक हमले में भी लड़ने की क्षमता रखता है. इस वॉरशिप की 535 फीट, ऊंचाई 57 फीट और कुल वजन 7400 टन के करीब है.
बता दें कि आईएनएस इंफाल विशाखापत्तनम श्रेणी के डेस्ट्रॉयर है, जिसे भारतीय नौसेना ने ही डिजाइन किया और भारत में ही इसका निर्माण किया गया है.