VIDEO: क्या इतनी सस्ती है आदमी की जान? एक वर्ष बीत गया लेकिन नही मिला मृतक सतीश बैरवा के परिजनों को न्याय, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: क्या इतनी सस्ती है एक युवक की जान की उसकी मौत हो जाने के एक साल बाद भी आरोपी खुले आसमान में आराम से घूम रहा है. 31 दिसंबर 2023 की रात  शिवदासपुरा इलाके के अक्षय पात्र के पास स्थित विवा सिटी मॉल की आठवीं फ्लोर से गिरने पर सतीश बैरवा की मौत हो गई थी. सतीश के पिता ने विवा सिटी के मालिक विकास अग्रवाल के खिलाफ मामला भी दर्ज करवाया था. लेकिन एक साल बाद भी ये मामला कागजो में दफन है.

क्या इतनी सस्ती है आदमी की जान?
एक बार फिर विवादों में शिवदासपुरा स्थित विवा सिटी मॉल का मालिक विकास अग्रवाल
एक वर्ष बीत गया लेकिन नहीं मिला मृतक सतीश बैरवा के परिजनों को न्याय
आखिर शिवदासपुरा थानां पुलिस की क्या है मजबूरी
क्या कानून से भी बड़ा है विवा सिटी का मालिक विकास अग्रवाल
की हत्या के बाद भी है वो पुलिस गिरफ्त से दूर
पुलिस कमिश्नर को लेना होगा इस मामले में एक्शन

31 दिसंबर 2023 की रात को दुनियाभर में न्यू ईयर का जश्न मनाया गया. शहरों में देर रात कर पार्टियों का आयोजन हुआ. जयपुर के शिवदासपुरा थाना इलाके में एक युवक दोस्तों के साथ पार्टी करने गया. न्यू ईयर की पार्टी अक्षयपात्र के पास स्थित वीवा सिटी मॉल की आठवीं मंजिल पर स्थित रूफ टॉप पर हुई. देर रात तक पार्टी में शराब पीने और नाचने गाने का दौर चला. पार्टी के बाद सभी दोस्त घर चले गए.  उन्हें आभास ही नहीं हुआ कि एक दोस्त कम है. सुबह उन्हें अपने साथी सतीश बैरवा का ख्याल आया तो उसे ढूंढना शुरू किया. सतीश बैरवा के दोस्त सोमवार 1 जनवरी की सुबह उसे ढूंढते हुए वीवा सिटी मॉल पहुंचे. काफी देर की तलाश के बाद बेसमेंट में सतीश अचेत अवस्था में पड़ा मिला. ऐसे में तुरंत उसके परिजनों और पुलिस को सूचना दी गई. पुलिस और परिजनों ने आकर सतीश बैरवा को संभाला लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी. इसके बाद पुलिस ने महात्मा गांधी अस्पताल के मुर्दाघर में शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों के सुपुर्द किया गया. इसके बाद सतीश के पिता रामनारायण बैरवा ने विवा सिटी मॉल के मालिक विकास अग्रवाल के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करवाया.

मृतक सतीश के पिता की माने तो विवा सिटी मॉल के मालिक विकास अग्रवाल ने मॉल के  आठवी फ्लोर पर 31 दिसम्बर की रात बिना नियम और बिना इजाजत के पार्टी का आयोजन किया था. और इस पार्टी में एन्ट्री के लिए मनमाने तरीके से फीस वसूली गई थी. उनका बेटा सतीश भी पार्टी में अपने दोस्तों के साथ गया था. जंहा पर मॉल के मालिक विकास अग्रवाल के साथ उसकी कहासुनी हो गई थी. इसी कारण आरोपी विकास ने वंहा मौजूद बाउंसरों की मदद से सतीश निर्मम हत्या कर दी और उसका शव लिफ्ट के लिए बनाए गड्ढे में फेंक दिया. डीसीपी साउथ दिंगत आनन्द के मुताबिक पुलिस के जांच में भी विकास अग्रवाल को आरोपी माना गया है लेकिन जुर्म साबित होने के बाद विकास फरार हो गया है. ऐसे में पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी है.

पुलिस विकास को आरोपी मान चुकी है और अधिकारियों की माने तो उसे जल्द ही गिरफ्तार भी कर लिया जाएगा. लेकिन बात अगर सच्चाई के धरातल की हो तो सामने आएगा की स्थानीय शिवदासपुरा थाना पुलिस की मिलीभगत के चलते आरोपी अभी भी बेखोफ हेाकर घूम रहा है. ऐसे में अधिकारियों की चाहिए की आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर मृतक परिवार को इंसाफ दिलवाए. जिससे की आमजन में विश्वास और अपराधियों में भय का खाकी का मुहावरा सार्थक हो सके.

...फर्स्ट इंडिया के लिए सत्यनारायण शर्मा की रिपोर्ट, जयपुर