जयपुर हेरिटेज नगर निगम महापौर मुनेश गुर्जर फिर निलंबित, स्वायत्त शासन विभाग ने जारी किए आदेश; जानिए पूरा मामला

जयपुर: जयपुर हेरिटेज नगर निगम महापौर मुनेश गुर्जर को फिर निलंबित कर दिया गया है. मुनेश गुर्जर को महापौर और वार्ड-43 की सदस्या से निलंबित किया गया है. स्वायत्त शासन विभाग ने इसके आदेश जारी किए है. एक माह पहले हाईकोर्ट ने निलंबन पर स्टे बाद मुनेश ने 24 अगस्त को कुर्सी संभाली थी. 

इससे पहले 4 अगस्त को ACB ने मुनेश के पति सुशील गुर्जर को गिरफ्तार किया था. 40 लाख से अधिक की नकदी भी मुनेश के निवास से बरामद हुई थी. राज्य सरकार ने 5 अगस्त को जांच के आदेश दिए थे. उसके बाद उपनिदेशक स्थानीय निकाय ने 16 अगस्त को अपनी जांच रिपोर्ट दी थी. इस जांच में पट्टे की पत्रावलियों का महापौर के निवास पर होना, पट्टे की पत्रावलियां लंबे समय से लंबित होना, 40 लाख से अधिक संदिग्ध नकद राशि महापौर के आवास से प्राप्त होना पाया गया. 

 

नोटिस पर मुनेश द्वारा दिए जवाब को विभाग ने संतोषप्रद नहीं माना:
इस जांच के अनुसार रिश्वत मांगने की स्थिति उत्पन्न करने, रिश्वत की राशि प्राप्त करने में मुनेश गुर्जर की स्पष्ट संलिप्तता सामने आई. इस जांच रिपोर्ट पर मुनेश गुर्जर को नोटिस दिया था. नोटिस पर मुनेश द्वारा दिए जवाब को विभाग ने संतोषप्रद नहीं माना. मुनेश गुर्जर के खिलाफ न्यायिक जांच विधि विभाग में विचाराधीन है. मुनेश के मेयर की कुर्सी पर रहने से जांच प्रभावित होने की आशंका के चलते फिर से निलंबित किया गया है.