जयपुर: आज की पीढ़ी को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आंदोलनों और जीवन से जुड़े संघर्षों से रूबरू कराने के लिए राजधानी में गांधी वाटिका का निर्माण किया गया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की पहल पर देश में अपनी तरह के पहले निर्मित किए इस गांधी वाटिका का 23 सितंबर की शाम लोकार्पण किया जाएगा. इस गांधी वाटिका को लेकर गांधी शांति प्रतिष्ठान दिल्ली के अध्यक्ष कुमार प्रशांत ने प्रेस कांफ्रेंस की.
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के दर्शन से आज की युवा पीढ़ी को साक्षात दर्शन कराने के लिए राजधानी के सेंट्रल पार्क के नजदीक गांधी वाटिका का निर्माण किया गया है. जेडीए की ओर से करीब 85 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित इस गांधी वाटिका का 23 सितंबर को लोकार्पण किया जाएगा. गांधी वाटिका की विस्तृत जानकारी देने के लिए इस प्रोजेक्ट की संकल्पना में अहम भूमिका निभाने वाले गांधी शांति प्रतिष्ठान दिल्ली के अध्यक्ष कुमार प्रशांत ने जेडीए के मंथन सभागार में प्रेस कांफ्रेंस की. उन्होंने बताया कि महात्मा गांधी से संबंधित देश में और भी केन्द्र हैं, लेकिन यह गांधी वाटिका कई मायनों में उन सबसे अलग है. उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तारीफ करते हुए कहा कि सीएम गहलोत देश के ऐसे मुख्यमंत्री है जिनकी महात्मा गांधी के दर्शन और विचारों में रूचि है.
गांधी शांति प्रतिष्ठान के अध्यक्ष कुमार प्रशांत ने बताया कि गांधी वाटिका की तीन मंजिल है. इन तीनों मंजिलों के अलग-अलग आकर्षण है. उन्होंने बताया...
- अंग्रेजों के भारत आगमन से लेकर महात्मा गांधी के दक्षिण अफ्रीका प्रवास तक को बेसमेंट में अंकित किया गया है
- इस तल को पांच खंडों में बांटा गया है
- लोअर ग्राउंड में गांधी के भारत आगमन से लेकर उनकी मृत्यु तक की घटित घटनाओं को जीवंत प्रस्तुत किया गया है
- इस मंजिल को भी अलग-अलग घटनाओं के अनुसार पांच खंडों में बांटा गया है
- तीन खंडों में विभाजित अपर ग्राउंड में विशेष पुस्तकाल,सेमीनार हॉल और कॉफ्रेंस कक्ष निर्मित किए गए हैं
- सेंट्रल पार्क के वातावरण को ध्यान में रखते हुए इस वाटिका का निर्माण किया गया है
- गांधी दर्शन और गांधी के जीवन से जुड़ी घटनाओं और देश के स्वतंत्रता आंदोलन से आंगतुक रूबरू हो सकेंगे
- इसके लिए विभिन्न नवीनतम तकनीक का इस्तेमाल इस प्रकार किया गया है
- ताकि यहां आने वाला व्यक्ति खुद को इन सबसे जोड़ सके
गांधी शांति प्रतिष्ठान के अध्यक्ष कुमार प्रशांत ने कहा गांधी दर्शन म्यूजियम के बजाए इसका नाम गांधी वाटिका रखा गया है. क्योंकि म्यूजियम अतीत से जुड़ा होता है, जबकि वाटिका में गांधी के विचारों से आंगतुक रूबरू होंगे. जो आज के युग में भी प्रासंगिक हैं.
गांधी शांति प्रतिष्ठान के अध्यक्ष कुमार प्रशांत ने बताया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी गांधी वाटिका के लोकार्पण समारोह में शामिल हो सकते हैं. इसके लिए राहुल गांधी ने सहमति दी है. लेकिन अभी शेड्यूल फाइनल नहीं हुआ है.