जयपुर: भाग्य से नसीब कब जुदा होता है ये बात एक बार फिर से लक्की के GOOD LUCK ने साबित कर दी ! सिर्फ 7 घंटे में लक्की का नसीब 70 फीट गहरे गर्त से वापस उजाले में लौट आया. जोबनेर में रेस्क्यू टीम को आखिरकार समफलता मिल ही गई. बच्चे को बाहर निकालने के बाद जोबनेर के हॉस्पिटल ले गए. सिविल डिफेंस और एनडीआरएफ की टीम ने लोहे के जाल की मदद से बच्चे को बोरवेल से निकाला.
आपको बता दें कि राजधानी के जोबनेर में एक 9 साल का बच्चा खेलते हुए 100 फीट गहरे बोरवेल में गिर गया था. हादसा जोबनेर थाना इलाके के भोजपुरा गांव में हुआ है. मिली जानकारी के अनुसार बंद पड़े बोरवेल के मुंह पर पत्थर रखा हुआ था. मगर खेल-खेल में पत्थर पर लक्की पत्थर को हटाकर बोलवेल में गिर गया. घटना के बाद सूचना मिलने पर सिविल डिफेंस एवं NDRF की टीम मौके पर पहुंची है.
घटना आज सवेरे करीब 7 बजे की बताई जा रही है. जोबनेर SDM अरुण कुमार जैन, तहसीलदार पवन चौधरी, जोबनेर DSP मुकेश चौधरी, थाना प्रभारी सहित भारी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे. स्थानीय प्रशासन ने लक्की के लिए ऑक्सीजन व पीने के पानी की व्यवस्था की.
गर्मियों की छुटि्टयों में अपने मामा के यहां आया हुआ था:
वहीं जानकारी मिलने पर मंत्री लालचंद कटारिया भी मौके पर पहुंचे हैं. उन्होंने SDRF, NDRF के अधिकारियों से रेस्क्यू की जानकारी ली है. लक्की बोरवेल में करीब 65 फीट नीचे फंसा हुआ है. SDRF, NDRF की टीम बालक को निकालने का पूरा प्रयास कर रही है. 9 साल का लक्की गर्मियों की छुटि्टयों में अपने मामा के यहां आया हुआ था. उसके माता-पिता कुड़ियों का बास में रहते हैं. भोजपुरा कलां में मामा के घर के पास ही खेत में बोरवेल बना हुआ है.