शांति, सद्भाव और भाईचारा ही विकास के आधार- CM गहलोत

जयपुर: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को कहा कि शांति, सद्भाव और भाईचारा ही विकास के आधार होते हैं, इसलिए प्रदेश में साम्प्रदायिक सद्भावना एवं एकजुटता बनाए रखने के लिए राज्य सरकार निरंतर प्रयासरत है.

गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले साढ़े चार साल में शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, सड़क, बिजली, कृषि एवं सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्रों में निरंतर महत्वपूर्ण फैसले क‍िए हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री आवास में रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र से आए प्रतिनिधि मंडल को संबोधित करते हुए कहा क‍ि राज्‍य के चहुंमुखी विकास के लिए कोई कमी नहीं रखी जा रही है.

गहलोत ने कहा कि शांति, सद्भाव और भाईचारा ही विकास के आधार हैं, इसलिए प्रदेश में साम्प्रदायिक सद्भावना एवं एकजुटता बनाए रखने के लिए राज्य सरकार निरंतर प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा कि राज्य में महंगाई राहत शिविर लगाए जा रहे हैं, जिससे आमजन पर महंगाई का बोझ कम हुआ है.

 

उन्होंने कहा कि इन शिविरों के माध्यम से 10 योजनाओं के जरिए लोगों को अधिकतम राहत पहुंचाई जा रही है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार 500 रुपए में गैस सिलेंडर, 25 लाख रुपए तक का निशुल्क इलाज, न्यूनतम 1,000 रुपए पेंशन, दुधारू पशुओं का बीमा, अन्नपूर्णा खाद्य किट, मुख्यमंत्री ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना, इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना, घरेलू उपभोक्ताओं के लिए 100 यूनिट प्रतिमाह निःशुल्क बिजली, 200 यूनिट बिजली तक सभी अधिभार हटाने एवं कृषि उपभोक्ताओं के लिए प्रतिमाह 2000 यूनिट बिजली निःशुल्क दिए जाने जैसी योजनाएं लागू की हैं.

राज्य सरकार की योजनाओं से हर वर्ग लाभान्वित हो रहा: 
गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार की योजनाओं से हर वर्ग लाभान्वित हो रहा है. एक बयान के अनुसार, इस अवसर पर पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा, मेवात क्षेत्रीय विकास बोर्ड के अध्यक्ष जुबेर खान और रामगढ़ क्षेत्र के जनप्रतिनिधि एवं अन्य लोग मौजूद थे. वहीं महर्षि नवल सम्प्रदाय तथा वाल्मीकि समाज जोधपुर के प्रतिनिधिमंडल ने गहलोत से मुलाकात की और ‘महर्षि नवल पैनोरमा’ के लिए उन्‍हें धन्यवाद दिया. जयपुर विकास प्राधिकरण अधिकारी परिषद तथा जयपुर विकास प्राधिकरण कर्मचारी यूनियन के प्रतिनिधिमंडल ने भी गहलोत से मुलाकात की और अधिकारियों एवं कर्मचारियों के हितों में लिए गए निर्णयों के लिए उनका आभार व्यक्त किया.