जयपुर: राजस्थान पुलिस मुख्यालय ने एक अहम आदेश जारी करते हुए फील्ड में तैनात आईपीएस अधिकारियों की जयपुर यात्राओं पर सख्ती बरतने के संकेत दिए हैं. अब जयपुर आने पर पुलिस मुख्यालय में डीजीपी और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से मुलाकात करनी होगी.
पुलिस मुख्यालय से जारी आदेश के अनुसार अब कोई भी फील्ड में तैनात आईपीएस अधिकारी यदि सरकारी कार्य या शिष्टाचार मुलाकात के लिए जयपुर आता है, तो उसे अनिवार्य रूप से पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) से मुलाकात करनी होगी. साथ ही, जयपुर में रहते हुए डीजी इंटेलिजेंस, एडीजी अपराध और एडीजी लॉ एंड ऑर्डर से भी औपचारिक भेंट करना जरूरी होगा. पुलिस मुख्यालय को लगातार यह फीडबैक मिल रहा था कि कई फील्ड आईपीएस अधिकारी जयपुर आकर न तो डीजीपी से संपर्क करते हैं और न ही अन्य जिम्मेदार वरिष्ठ अधिकारियों से. इससे न केवल समन्वय की कमी दिखती है, बल्कि नीतिगत और प्रशासनिक स्तर पर संवादहीनता भी बढ़ रही है. इस पृष्ठभूमि में आदेश जारी करते हुए यह स्पष्ट कर दिया गया है कि भविष्य में कोई भी अधिकारी बिना अनुमति या तय प्रक्रिया का पालन किए बिना जयपुर में उपस्थिति दर्ज नहीं करा पाएगा.
1. डीजीपी से मुलाकात अनिवार्य – फील्ड से जयपुर आने वाले सभी आईपीएस अधिकारियों को मुख्यालय जाकर डीजीपी से मिलना होगा.
2. वरिष्ठ अधिकारियों से शिष्टाचार भेंट – डीजी इंटेलिजेंस, एडीजी अपराध और एडीजी लॉ एंड ऑर्डर से भी संपर्क करना होगा.
3. राजकीय काम के लिए बाहर जाने पर नियम सख्त – अगर कोई अधिकारी जयपुर से बाहर किसी राजकीय काम के लिए जाता है, तो उसे एडीजी लॉ एंड ऑर्डर से पूर्व अनुमति लेना अनिवार्य होगा.
4. फीडबैक के आधार पर कार्रवाई – आदेश में साफ कहा गया है कि अब तक यह पाया गया कि कई आईपीएस अधिकारी बार-बार जयपुर आते हैं लेकिन पुलिस मुख्यालय नहीं जाते. वहीं कुछ अधिकारी केवल चुनिंदा अफसरों से ही भेंट कर लौट जाते हैं.
पुलिस मुख्यालय ने यह भी संकेत दिया है कि जो अधिकारी इन निर्देशों का पालन नहीं करेंगे, उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है. इसका मकसद है पुलिस के शीर्ष नेतृत्व और फील्ड अधिकारियों के बीच बेहतर संवाद स्थापित करना और प्रशासनिक कामकाज को और ज्यादा सुचारू बनाना.इस आदेश के बाद साफ हो गया है कि फील्ड में तैनात आईपीएस अधिकारियों की हर गतिविधि पर अब मुख्यालय की पैनी नजर रहेगी.
जयपुर की यात्रा अब केवल निजी मुलाकातों या अनौपचारिक दौरों के लिए संभव नहीं होगी. अधिकारी को न सिर्फ डीजीपी और अन्य वरिष्ठ अफसरों से मिलना होगा बल्कि किसी भी राजकीय कार्य से बाहर जाने से पहले अनुमति लेना भी उनकी जिम्मेदारी होगी.पुलिस मुख्यालय का यह कदम राजस्थान पुलिस के प्रशासनिक ढांचे को और मजबूत करने और अनुशासन कायम रखने की दिशा में बड़ा निर्णय माना जा रहा है.