जयपुर (सत्यनारायण शर्मा) : जयपुर पुलिस आयुक्त सचिन मित्तल ने पदभार ग्रहण करते ही शहर में कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने व यातायात नियमों की सख्ती से पालना सुनिश्चित करने हेतु कार्य योजना बनाकर सख्त उपाय करने के निर्देश दिए. इसी का नतीजा है की जयपुर पुलिस ने नवंबर माह में चालान काट कर 1 करोड़ 54 लाख 53 हजार रुपये की राशि राजकोष में जमा करवाई गई. जबकि अक्टूबर माह में यह राशि 1 करोड़ 16 लाख थी. सचिन मित्तल के प्रयासों से न केवल सड़क दुर्घटनाओं में कमी आई है, बल्कि लोग यातायात नियमो के प्रति जागरूक भी हुए है.
सडक पर रेड लाइट क्रास...ना बाबा ना
यातायात नियमों की पालना के लिए जयपुर पुलिस सख्त
नवम्बर माह में चालान काट 1 करोड से अधिक की राशि करवाई राजकोष में जमा
सडक पर वाहन चलाते समय करनी होगी यातायात नियमों की पालना
मोबाइल पर ऑनलाइन चालान का मैसेज पहुचंने पर चलता है गलती का पता
शहर की सडको पर दिखने लगा सख्ती का असर
सडक दुर्घटनाओं में आई कमी. लोग दिखे जागरूक
शहर में बढते सडक हादसो के बाद जयपुर पुलिस ने सडक पर यातायात नियमों की पालना के लिए सख्ती शुरू कर दी है. और सख्ती भी ऐसी की अगर आप सडक पर यातायात के नियमों की पालना नही करते हो. और जैसे तैसे पुलिस की नजर से बच जाते है. लेकिन फिर भी आप चौराहों पर लगी तीसरी आंख से नही बच पाएंगे. और यही कारण है की पिछले नवम्बर माह में पुलिस ने ट्रेफिक नियमों की पालना नही करने वाले वाहन चालको के चालान काट एक करोड 54 लाख रूपए राजकोष में जमा करवाए. स्पेशल पुलिस कमिश्नर राहुल प्रकाश की माने तो सडक पर सख्ती से पहले समझाईश की गई थी. और 15 दिनो तक समझाईश के बाद भी जब वाहन चालको ने नियमो की पालना नही की तब जाकर पुलिस ने सख्त रवैया अपनाया.
हालांकि पुलिस की इस सख्ती का असर राजधानी की सडकों पर नजर आने लगा है. चाहे पुलिस के डर से ही सही जो लोग हैलमेट नही लगाने की को अपना प्रभाव समझते थे अब वे भी हैलमेट लगाए नजर आते है. पुलिस कमिश्नर सचिन मित्तल की माने तो पुलिस का लक्ष्य केवल दंड देना नही बल्कि एक सुरक्षित परिवेश बनाना है. जहां हर नागरिक बिना ड़र पर सड़क पर चल सके.