राजस्थान में मानसून टूरिज्म पर जयपुर की चमक बरकरार, हरियाली और किलों की सुंदरता ने बढ़ाई पर्यटकों की रुचि

राजस्थान में मानसून टूरिज्म पर जयपुर की चमक बरकरार, हरियाली और किलों की सुंदरता ने बढ़ाई पर्यटकों की रुचि

जयपुर : जयपुर मानसून टूरिज्म की पहली पसंद बन गया है. राजस्थान में मानसून टूरिज्म पर जयपुर की चमक बरकरार है. हरियाली और किलों की सुंदरता ने पर्यटकों की रुचि बढ़ाई है. आमेर, नाहरगढ़, जलमहल पर सैलानियों की भीड़ है. झालाना लेपर्ड सफारी मानसूनी मौसम में बड़ा आकर्षण बना है. इस सीजन में अब तक 20% ज्यादा टूरिस्ट पहुंचे है. 'मानसून विंडो' अभियान से प्रमोशनल बूस्ट दिया जा सकता है. होटल और कैफे कारोबारियों को भी बड़ा फायदा मिल रहा है. सोशल मीडिया पर जयपुर के मानसूनी दृश्य वायरल हो रहे हैं.

झालाना-आमागढ़ में मानसूनी एडवेंचर का क्रेज:
झालाना-आमागढ़ में मानसूनी एडवेंचर का क्रेज है. झालाना में सफारी और आमेर के आसपास मानसून में ट्रैकिंग बुकिंग बढ़ी है. आमागढ़, चंदलाई, अचरोल मानसूनी हॉटस्पॉट बनकर उभरे हैं. इंस्टाग्राम पर जंगल और घाटियों के वीडियो वायरल हो रहे हैं. पर्यटक अब 'एक्सपीरिएंस बेस्ड टूरिज्म' खोज रहे हैं. निजी ट्रैकिंग गाइड्स और सुरक्षा कर्मियों को रोजगार मिला है. चाय-कॉफी हाउस और रेन डांस क्लब भी युवाओं का ध्यान खींच रहे हैं. मानसूनी वन्यजीव दर्शन और पक्षी अवलोकन में तेजी आयी है. पर्यटन कारोबारियों को मानसून में उम्मीद से ज्यादा आमदनी हुई है.

नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क बना मानसून में एडवेंचर टूरिज्म का नया सेंटर:
वहीं नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क मानसून में एडवेंचर टूरिज्म का नया सेंटर बना है. जयपुर का नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क मानसून में फैमिली टूरिज्म की पहली पसंद बना है. वाइल्डलाइफ दर्शन, सफारी और बर्ड वॉचिंग के लिए सैलानी उमड़े हैं. बारिश के बाद जंगल में हरियाली और वन्यजीव गतिविधियां बढ़ी है. टाइगर, लेपर्ड, हाइना व अन्य जानवरों को खुले में देखने का मौका है. बच्चों के लिए एजुकेशनल और एक्सपीरिएंस टूर का हॉटस्पॉट बना है. पार्क में मानसून ट्रेल्स और ईको-फ्रेंडली ट्रैकिंग रूट्स की डिमांड बढ़ी है. वन विभाग ने पार्क गाइड्स, मेडिकल वैन और रेन शेल्टर की व्यवस्था की है. पर्यटन विभाग नाहरगढ़ को मानसूनी बायोडायवर्सिटी जोन के रूप में प्रमोट कर रहा है.

कूकस के आसपास के नेचर रिजॉर्ट्स में मानसूनी भीड़:
कूकस के आसपास के नेचर रिजॉर्ट्स में मानसूनी भीड़ है, ट्रेकिंग और कैंपिंग का क्रेज है, नाहरगढ़-कूकस बेल्ट में बने नेचर रिजॉर्ट्स और होमस्टे हाउसफुल हैं. मानसून में जंगल को नजदीक से देखने और रहने का अलग अनुभव है. ट्रेकिंग, नाइट सफारी और बोनफायर कैंपिंग में युवाओं की दिलचस्पी बढी है. कैफे, योगा सेंटर और जंगल वॉक टूरिज्म का नया ट्रेंड बना है. सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर और कपल्स के लिए शूटिंग का आदर्श स्थल है. लोकल आर्ट, फूड और हैंडीक्राफ्ट को भी प्रमोशन मिल रहा है. वीकेंड पर जयपुराइट्स के लिए वन-डे एडवेंचर डेस्टिनेशन बना है. मानसून में बुकिंग बढ़ने से स्थानीय रोजगार और ग्रामीण पर्यटन को संजीवनी है.