VIDEO: जयपुर करेगा नेशनल वुशू चैंपियनशिप की मेजबानी, पूर्णिमा यूनिवर्सिटी में 14 से 19 जून तक होगा आयोजन, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर : आईपीएल के सफल आयोजन के बाद राजधानी जयपुर अब सीनियर नेशनल वुशू चैंपियनशिप की मेजबानी करनी जा रही है. राजस्थान तीसरी बार सीनियर नेशनल चैंपियनशिप की मेजबानी कर रहा है, जिसमें देशभर से एक हजार से अधिक खिलाड़ी, कोच व अधिकारी शामिल होंगे. मेजबान होने के नाते राजस्थान ने इस टूर्नामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन करने तथा शानदार मेजबानी के लिए तैयारियां कर ली है. 

गुलाबी नगरी एक बार फिर सीनियर नेशनल वुशू चैंपियनशिप की मेजबानी करनी जा रही है. वर्ष 2006 व 2013 में नेशनल टूर्नामेंट की सफल मेजबानी करने वाला जयपुर अब 12 साल बाद फिर से तैयार है. हालांकि जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम को बम से उड़ाने की लगातार मिल रही धमकियों के कारण आयोजकों ने मेजबानी का स्थल बदल दिया है. अब सवाई मानसिंह स्टेडियम की बजाय जयपुर की पूर्णिमा यूनिवर्सिटी में यह प्रतियोगिता होगी. राज्य वुशू संघ के अध्यक्ष हीरानंद कटारिया ने बताया कि 14 से 19 जून तक आयोजित होने वाली 34वीं सीनियर नेशनल वुशू चैंपियनशिप की तैयारियाँ अंतिम चरण में हैं. इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में देशभर के खिलाड़ी पुरुष और महिला दोनों वर्गों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे. इन खिलाड़ियों में कई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी भी शामिल होंगे, जिन्होंने देश के लिए बड़े मंचों पर पदक जीते हैं.

इस आयोजन से जयपुर में वुशू खेल को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय खिलाड़ियों को राष्ट्रीय स्तर पर अपनी क्षमता दिखाने का अवसर मिलेगा. राजस्थान वुशू संघ के अनुसार, यह प्रतियोगिता राज्य में वुशू के विकास और खिलाड़ियों के उत्साहवर्धन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी. खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों के लिए यह आयोजन एक यादगार अनुभव साबित होगा, जो वुशू खेल के प्रति जागरूकता और रुचि को बढ़ावा देगा. वुशू में राजस्थान के खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शानदार प्रदर्शन किया है. हाल ही उत्तराखंड में आयोजित नेशनल गेम्स में राजस्थान ने सबसे ज्यादा पदक वुशू में ही जीते थे. हालांकि विडंबना यह है कि वुशू में राजस्थान के शानदार प्रदर्शन व तीन नेशनल की मेजबानी के बावजूद राज्य सरकार ने इस खेल को खेल कानून के तहत अभी तक रजिस्टर्ड नहीं किया है. इसके चलते न तो प्रदेश के वुशू खिलाड़ियों को खेल परिषद से टीएडीए मिलता है ओर न ही अन्य सरकारी सुविधाएं.