गुवाहाटी: श्रीलंका के खिलाफ मंगलवार से यहां शुरू हो रही तीन मैच की एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला के लिए रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे दिग्गजों की वापसी से भारत का बल्लेबाजी क्रम तो मजबूत हुआ लेकिन तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह फिटनेस कारणों से एक बार फिर टीम से बाहर हो गए हैं.
बुमराह को एकदिवसीय श्रृंखला के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया था लेकिन कमर के ‘स्ट्रेस फ्रेक्चर’ से पूरी तरह से उबरने में नाकाम रहने के कारण उनकी वापसी टल गई है. इसी चोट के कारण वह एशिया कप और टी20 विश्व कप में नहीं खेल पाए थे. अब सवालिया निशान लग गया है कि यह तेज गेंदबाज न्यूजीलैंड के खिलाफ 18 जनवरी से शुरू हो रही सीमित ओवरों की घरेलू श्रृंखला के लिए उपलब्ध हो पाएगा या नहीं. साथ ही नौ फरवरी से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरू हो रही चार टेस्ट की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में उनके प्रतिनिधित्व पर भी नजरें रहेंगी. भारत को इस साल अक्टूबर-नवंबर में एकदिवसीय विश्व कप की मेजबानी करनी है और अंतिम लम्हों में बुमराह के टीम से बाहर होने से उनकी रिहैबिलिटेशन प्रक्रिया पर सवाल उठे हैं.
एकदिवसीय श्रृंखला भी अपने नाम करने पर टिकी:
रोहित, कोहली, लोकेश राहुल और श्रेयस अय्यर जैसे खिलाड़ियों की वापसी से बल्लेबाजी क्रम मजबूत होगा और भारत की नजरें श्रीलंका के खिलाफ टी20 श्रृंखला जीतने के बाद एकदिवसीय श्रृंखला भी अपने नाम करने पर टिकी हैं. भारत का एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम काफी व्यस्त है और अक्टूबर-नवंबर में विश्व कप से पहले टीम को 10 महीने के दौरान 15 मैच खेलने हैं जिसमें एशिया कप शामिल नहीं है. इस दौरान टीम का संतुलन बनाने के अलावा इंडियन प्रीमियर लीग और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बहुप्रतीक्षित टेस्ट श्रृंखला को देखते हुए खिलाड़ियों के काम के बोझ का प्रबंधन महत्वपूर्ण होगा. बुमराह की चोट ने हालांकि टीम प्रबंधन की परेशानी बढ़ा दी है.
करियर की सर्वश्रेष्ठ 210 रन की पारी खेली थी:
इसके अलावा बल्लेबाजी क्रम में शीर्ष पांच के लिए अधिक विकल्प भी समस्या हैं. सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा और तीसरे नंबर पर कोहली का खेलना तय है लेकिन फॉर्म को देखते हुए इशान किशन और अय्यर को बाहर करना मुश्किल होगा. किशन ने हाल में बांग्लादेश के खिलाफ तीसरे और अंतिम एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय में करियर की सर्वश्रेष्ठ 210 रन की पारी खेली थी. रोहित के साथ पारी का आगाज करने की दौड़ में उन्हें शुभमन गिल से टक्कर मिलेगी. गिल पिछले साल दिसंबर में बांग्लादेश के खिलाफ श्रृंखला में नहीं खेले थे लेकिन एकदिवसीय प्रारूप में वह अपनी अहमियत साबित कर चुके हैं.
इतिहास में तीन शतक जड़ने वाले पहले बल्लेबाज बने:
अय्यर ने पिछले साल एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में शानदार प्रदर्शन करते हुए 15 पारियों में 55.69 के औसत से 724 रन बनाए. टी20 प्रारूप में शानदार प्रदर्शन करने वाले सूर्यकुमार यादव पर भी सभी की नजरें रहेंगी. मध्यक्रम के इस बल्लेबाज ने राजकोट में श्रीलंका के खिलाफ तीसरे और अंतिम टी20 अंतरराष्ट्रीय में 51 गेंद में नाबाद 112 रन की पारी खेली. यह सूर्यकुमार का सबसे छोटे प्रारूप में सात महीने में तीसरा शतक था और वह पारी का आगाज नहीं करने के बावजूद टी20 अंतरराष्ट्रीय के इतिहास में तीन शतक जड़ने वाले पहले बल्लेबाज बने.
दो अर्धशतक के साथ उनके नाम पर 384 रन दर्ज:
एकदिवसीय क्रिकेट में हालांकि सूर्यकुमार उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं जहां 16 मैच में सिर्फ दो अर्धशतक के साथ उनके नाम पर 384 रन दर्ज हैं. विश्व कप से पहले हालांकि उन्हें 50 ओवर के प्रारूप में खुद को बेहतर करने के लिए टीम प्रबंधन से पूरा सहयोग मिलेगा. अनुभवी तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी की भी टीम में वापसी हुई है. उनके साथ अंतिम एकादश में मोहम्मद सिराज, अर्शदीप सिंह और उमरान मलिक विकल्प होंगे.
124 रन जुटाकर टीम के शीर्ष स्कोरर रहे:
नए उप कप्तान हार्दिक पंड्या का गेंदबाजी कौशल उपयोगी साबित हो सकता है लेकिन आईपीएल 2022 से पहले कमर की चोट के कारण एक साल से अधिक समय तक बाहर रहने के बाद कप्तान भारत के इस शीर्ष ऑलराउंडर से कितने ओवर गेंदबाजी कराते हैं यह देखना होाग. टी20 अंतरराष्ट्रीय में श्रीलंका के कप्तान और स्टार ऑलराउंडर दासुन शनाका ने शानदार प्रदर्शन किया. वह 187.87 रन स्ट्राइक रेट से 124 रन जुटाकर टीम के शीर्ष स्कोरर रहे.
टीम के सबसे सफल गेंदबाज रहे थे:
श्रीलंका को शीर्ष क्रम में हालांकि सलामी बल्लेबाज पथुम निसंका से अधिक स्थिरता देने की उम्मीद होगी. वह पिछले साल 11 मैच में 491 रन के साथ टीम के शीर्ष स्कोरर रहे और इस प्रदर्शन को दोहराना चाहेंगे. मध्य क्रम में चरित असलंका से काफी उम्मीदें होंगी जिन्होंने पिछले साल 53.25 की औसत से रन बनाए. टीम ने लेग स्पिनर जेफ्रे वांडरसे को टीम में शामिल किया है जो भारतीय पिचों पर अहम साबित हो सकते हैं. पिछले साल सात मैच में 14 विकेट के साथ वह टीम के सबसे सफल गेंदबाज रहे थे. सोर्स-भाषा