VIDEO: मरुधरा की आन-बान-शान सूर्यनगरी, जोधपुर का आज 565 वां स्थापना दिवस, देखिए ये खास रिपोर्ट

जोधपुर: मरुधरा की आन-बान-शान जोधपुर का आज स्थापना दिवस है. लोक कला, संस्कृति स्थापत्य,पर्यटन और ऐतिहासिक विरासत के ताने-बाने में लिपटी सूर्य नगरी जोधपुर आज 565 साल का हो चला है, जोधपुर के स्थापना दिवस के अवसर पर न केवल जोधपुर के हर एक नागरिक को गर्व और गौरव की अनुभूति हो रही है बल्कि देश और दुनिया में अलग-अलग स्थानों पर बसे,जोधपुर मूल के लोग भी इस दिन पर अंतर्मन से खुशी का इजहार सोशल मीडिया पर भी कर रहे हैं.

राजस्थान की सांस्कृतिक और न्यायिक राजधानी के रूप में पूरे देश और दुनिया में मशहूर सूर्यनगरी जोधपुर जोधपुर की स्थापना को आज 565 वर्ष पूरे हो गए हैं. इन वर्षो में जोधपुर के राजघरानों व शहर के स्थापत्य से जुड़ी वस्तुओं को संग्रह राजकीय संग्रहालयों में किया गया है,आज जोधपुर के स्थापना दिवस पर मंडोर व उम्मेद उद्यान में स्थित दोनों संग्रहालयों में फ्री में एंट्री मिलेगी और यह एंट्री देसी व विदेशी पर्यटकों के लिए रहेगी.सरदार राजकीय संग्रहालय जोधपुर, उम्मेद उद्यान एंव राजकीय संग्रहालय मंडोर, मंडोर उद्यान, जोधपुर आने वाले सभी पर्यटकों के लिये प्रवेश निशुल्क रहेगा. यह विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि 12 मई 1459 को राव जोधा ने जोधपुर की स्थापना की थी और यह ऐतिहासिक रूप से मारवाड़ साम्राज्य की राजधानी थी. इस शहर को सन सिटी, ब्लू सिटी और गेटवे ऑफ थार रेगिस्तान के रूप में जाना जाता है.

हर साल 12 मई को राजस्थान के जोधपुर शहर का स्थापना दिवस मनाया जाता है. साल 1459 में राठौर वंश के राजपूत शासक राव जोधा ने इस शहर को बसाया था. रंगीले राजस्थान का यह शहर अपने में 564 सालों का इतिहास लिए हुए है. आज भी मजबूती से खड़े किले, महलों के दम पर जोधपुर देश के मशहूर टूरिस्ट शहरों में से एक है.जोधपुर राजस्थान का दूसरा सबसे बड़ा शहर है और इसका अमिट इतिहास और मजबूत संस्कृति आज भी भारत का मान बढ़ा रही है.

दुनियाभर से लोग जोधपुर घूमने-फिरने आते हैं. वास्तुकला में दिलचस्पी रखने वालों के लिए जोधपुर अनमोल धरोहर है. जोधपुर में पूरे साल धूप रहती है और सुहावना मौसम रहता है. जिस कारण इसे "सनसिटी" के नाम से जाना जाता है. आपनो जोधपुर पोर्टल के मुताबिक, पुराने शहरी क्षेत्र में सभी घरों का रंग नीला है, जिसके कारण इसे "ब्लू सिटी" के नाम से भी जाना जाता है. मेहरानगढ़ किले के ऊपर से देखेंगे तो आपको सबकुछ नीला दिखेगा. 

...फर्स्ट इंडिया के लिए जोधपुर से राजीव गौड़ की रिपोर्ट