जोधपुर: प्रदेश का दूसरा बड़ा जिला जोधपुर जो कि चिकित्सा के क्षेत्र में दिन ब दिन प्रगति कर ही रहा है मगर अब वह दिन दूर नही जब यहां पर रीजनल कैंसर इंस्टीट्यूट बनकर तैयार हो जाएगा जिससे यहां पर पूरे पश्चिमी राजस्थान के मरीजों का कैंसर संबंधित उपचार यही पर हो सकेगा. आरएसआरडीसी द्वारा 400 करोड़ रूपए की लागत से इसका कार्य चल रहा है.
इस पूरे प्रोजेक्ट के कोऑर्डिनेटर और मथुरादास माथुर अस्पताल के अधीक्षक डॉ विकास राजपुरोहित इसकी मॉनिटरिंग कर रहे है. एक तरह से जोधपुर में चिकित्सा सुविधाओं में इसको गेम चेंजर के रूप में इस प्रोजेक्ट को माना जा रहा है. रीजनल कैंसर इंस्टीट्यूट के लिए भूजल विभाग परिसर में भूमि पर इसका कार्य चल रहा है जिसमें बेसमेंट से ऊपर तक कार्य हो चुका है. साथ ही मशीनें भी इंस्टोल होने का कार्य चल रहा है. काफी मशीने इसमें आ भी गई है.
राज्य सरकार द्वारा इसको लेकर 400 करोड रूपए की राशि स्वीकृत की है जिसके चलते इसका प्रथम चरण का कार्य चल रहा है. आपको बता दे कि रीजनल कैंसर इंस्टीट्यूट के बनने से पश्चिमी राजस्थान ही नही बल्कि नॉर्थन इंडिया तक के कैंसर मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधाए जोधपुर में ही उपलब्ध होंगी. वहीं एमडीएम अस्पताल अधीक्षक डॉ विकास राजपुरोहित ने फर्स्ट इंडिया न्यूज से खास बातचीत करते हुए कैंसर होने के कारणों और उनके बचावों के बारे में जानकारी दी.
साथ ही राजपुरोहित ने कहा कि रीजनल कैंसर इंस्टीट्यूट पूरे नॉर्थन इंडिया का बडा सेंटर होगा जिसकी लागत 400 करोड है. इसमें ग्राउंड और बेसमेंट बनकर तैयार हो गया है. ओपीडी और डाइग्नोस्टिक सर्विस बहुत जल्द शुरू कर पाएंगे. मशीने भी आ गई है जो स्थापित हो रही है. पूरे राजस्थान के अलावा पंजाब और गुजरात के लोग यहां आते है तो उनको ओर कही जाने की जरूरत नहीं पडेगी.