प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों के लिए जमीनी स्तर पर बदलाव लाने वाले काम किए: जेपी नड्डा

जयपुर: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शुक्रवार को कहा कि किसानों के नाम पर बड़े-बड़े नारे जरूर दिए जाते रहे हैं, लेकिन उनके लिए जमीनी स्तर पर परिवर्तन लाने वाले काम सही मायने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किए. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सिखों के साथ भाजपा को छोड़कर सभी राजनीतिक दलों ने केवल राजनीति की है. नड्डा हनुमानगढ़ में सिख समाज द्वारा आयोजित किसान संगत अभिनंदन समारोह को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि देश के अन्नदाता किसान के साथ कैसे लंबे समय से छल हुआ है.लंबे समय तक बहुत से लोग अपने आप को किसान नेता के रूप में स्थापित करने में लगे रहे. किसानों के लिए बड़े-बड़े नारे जरूर दिए गए, लेकिन किसान की तकलीफ समझकर उनके हित में सही मायने में किसी ने काम किया है, तो वह हैं हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी.

नड्डा ने कहा कि आज 11.78 करोड़ किसान किसान सम्मान निधि से जुड़े हैं और इनमें से 77 लाख किसान राजस्थान के हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कृषि सम्मान निधि के तहत हर साल देश के 11 करोड़ से अधिक किसानों को छह-छह हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी जा रही है और अब तक 12 किस्तों में लगभग सवा दो लाख करोड़ रुपए किसानों के बैंक खाते में भेजे गए हैं.

किसान मानधन योजना का जिक्र करते हुए नड्डा ने कहा कि क्या कभी किसी किसान ने सोचा था कि उन्हें भी पेंशन मिलेगी? किसानों को मासिक पेंशन देने की व्यवस्था नरेन्द्र मोदी सरकार ने की है. इस योजना से देश के लगभग 20 लाख किसान जुड़ चुके हैं. उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में कृषि का आम बजट महज 25 हजार करोड़ रुपये के आसपास था, लेकिन प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के कार्यकाल में कृषि बजट लगभग चार गुना बढ़कर 1.25 लाख करोड़ रुपये हो गया. प्रधानमंत्री सिंचाई योजना के लिए लगभग 93,000 करोड़ रुपये आवंटित किये गए हैं. 

उन्होंने कहा कि जहां अच्छा दाम मिले वहां किसान अपनी फसल बेच सके, इसके लिए व्यवस्था की जा रही है. देश के लिए सिख गुरुओं व सिखों के योगदान को याद करते हुए नड्डा ने कहा​ कि हमारे सिख गुरुओं ने हमारे सिख भाइयों ने जितना काम देश और देश की रक्षा के लिए किया है उसे देश कदापि नहीं भुला सकता है. लेकिन भाजपा और नरेंद्र मोदी जी के अलावा सभी राजनीतिक दलों ने सिख भाइयों के साथ हमेशा राजनीति की.

उन्होंने कहा कि आज पवित्र गुरबाणी को उड़िया, उर्दू, मराठी, गुजराती समेत 15 भाषाओं में अनुवादित कर उसे पढ़ाने का काम शुरू किया गया है. प्रधानमंत्री ने यूनेस्को में आग्रह किया है कि विदेशी भाषाओं में भी गुरबाणी का अनुवाद होना चाहिए ताकि दुनिया इससे प्रेरणा ले सके. नड्डा ने कहा कि इतने साल गुजरने पर भी सरकारें 1984 के दंगों के दोषियों को सजा नहीं दिलवा पाईं. लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने एसआईटी का गठन किया और दोषियों को सलाखों के पीछे भेजना शुरू किया. उन्होंने कहा कि दंगा पीड़ित परिवारों की भी मदद मोदी सरकार में की गई.

नड्डा ने कहा कि भारत ने 100 देशों को कोरोना वायरस से बचाव का टीका दिया और 48 देशों को इसे मुफ्त दिया गया है. उन्होंने कहा कि भारत अब लेने वाला नहीं है, बल्कि मोदी जी के नेतृत्व में देने वाला हो गया है. अपने संबोधन के आखिर में नड्डा ने राज्य की कांग्रेस सरकार पर भी निशाना साधा और उस पर किसानों को कर्जमाफी के नाम पर ठगने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि राजस्थान में चुनाव से पहले किसानों की कर्ज माफी के दावे तो कांग्रेस द्वारा बहुत किए गए, लेकिन आज तक ये नहीं हुआ. राज्य में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं.