कपिल सिब्बल का भागवत के बयान पर तंज, मोदी के दो करोड़ नौकरियों के वादे का क्या हुआ

नई दिल्ली: राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने सोमवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत के उस बयान पर तंज कसा, जिसमें उन्होंने लोगों से नौकरियों के पीछे न भागने का आग्रह किया था. सिब्बल ने सवाल किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हर साल दो करोड़ नौकरियां देने के वादे का क्या हुआ.

भागवत ने रविवार को कहा था कि श्रम के प्रति सम्मान की भावना की कमी देश में बेरोजगारी के मुख्य कारणों में से एक है. उन्होंने लोगों से सभी तरह के काम का सम्मान करने एवं नौकरियों के पीछे भागना बंद करने की अपील की थी. आरएसएस प्रमुख ने कहा था कि किसी भी काम को छोटा या बड़ा नहीं माना जाना चाहिए, क्योंकि यह समाज के लिए किया जाता है. भागवत के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए सिब्बल ने ट्वीट किया, “मोहन भागवत : ‘सरकारी नौकरियों के पीछे न भागें.’ निजी क्षेत्र में नौकरियां कहां हैं भागवत जी? और हर साल दो करोड़ नौकरियां देने के मोदी जी के वादे का क्या हुआ!”

संघ प्रमुख ने एक कार्यक्रम में कहा था, “लोग चाहे किसी भी तरह का काम करें, उसका सम्मान किया जाना चाहिए. श्रम के लिए सम्मान की कमी समाज में बेरोजगारी के प्रमुख कारणों में से एक है. काम के लिए चाहे शारीरिक श्रम की आवश्यकता हो या बुद्धि की, चाहे इसके लिए कड़ी मेहनत की आवश्यकता हो या ‘सॉफ्ट’ कौशल की-सभी का सम्मान किया जाना चाहिए.” उन्होंने कहा था, “हर कोई नौकरी के पीछे भागता है. सरकारी नौकरियां केवल करीब 10 प्रतिशत हैं, जबकि अन्य नौकरियां लगभग 20 फीसदी. दुनिया का कोई भी समाज 30 प्रतिशत से अधिक नौकरियां पैदा नहीं कर सकता. सोर्स- भाषा