बेंगलुरु: कर्नाटक में मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस शनिवार को जारी मतगणना के रुझानों के अनुसार 113 के जादुई आंकड़े की ओर बढ़ते हुए राज्य में अपने दम पर सरकार बनाती और दक्षिण में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एकमात्र गढ़ कर्नाटक में सेंध लगाने की राह पर दिख रही है.
शुरुआती रुझानों से उत्साहित कांग्रेस ने कहा कि भाजपा को यह संदेश मिल गया है कि जनता के मुद्दों पर टिके रहना ही मायने रखता है. हालांकि भाजपा ने भी बहुमत का जादुई आंकड़ा (113) हासिल करने की उम्मीद जताई है. कर्नाटक विधानसभा के लिए जारी मतगणना के बारे में निर्वाचन आयोग (ईसी) के ताजा रुझानों के अनुसार, विपक्षी दल कांग्रेस 112 निर्वाचन क्षेत्रों में बढ़त बनाए हुए है, जबकि भाजपा 74 सीट पर आगे है.
पूर्व प्रधानमंत्री एच. डी. देवेगौड़ा के नेतृत्व वाला जनता दल सेक्युलर (जद-एस) 30 सीट पर और अन्य पांच सीट पर आगे है. भाजपा नेता और मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (शिग्गांव) और कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष डी. के. शिवकुमार (कनकपुरा) अपनी-अपनी सीट पर आगे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टर हुबली-धारवाड़ सेंट्रल में 2,614 मतों से पीछे हैं. वहां उन्हें कांग्रेस ने मैदान में उतारा था. राज्य में 224-सदस्यीय विधानसभा के लिए 10 मई को होने वाले चुनाव में भाजपा द्वारा टिकट देने से इनकार किए जाने के बाद उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी.
अभी अंतिम नतीजों पर टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी:
जद (एस) नेता और एक अन्य पूर्व मुख्यमंत्री एच. डी. कुमारस्वामी चन्नापटना सीट से भाजपा के सी. पी. योगेश्वर से 93 मतों से आगे हैं. शिवकुमार अपने भाजपा प्रतिद्वंद्वी राज्य के मंत्री आर. अशोक से लगभग 6,000 मतों से आगे हैं. कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि यह भाजपा के लिए संदेश है कि कृपया उन मुद्दों पर टिके रहें, जो लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी से जुड़े हैं और भारत को बांटने की कोशिश न करें. पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता डी. वी. सदानंद गौड़ा ने कहा कि अभी अंतिम नतीजों पर टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी, लेकिन निश्चित रूप से हम 113 का आंकड़ा पार करेंगे. सोर्स- भाषा