बेंगलुरु: कर्नाटक विधानसभा चुनाव की मतगणना शुरू हो गई है. राज्य में सत्तारूढ़ बीजेपी और कांग्रेस के बीच जोरदार टक्कर देखने को मिल सकती है. कर्नाटक विधानसभा चुनाव की मतगणना से एक दिन पहले सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस दोनों ने शुक्रवार को अपनी-अपनी रणनीति पर चर्चा की और निर्दलीय उम्मीदवारों से संपर्क साधने को लेकर मंथन किया.
कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 के नतीजों से पहले कांग्रेस समर्थकों ने पार्टी की जीत के लिए हवन किया. वहीं कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने मतगणना से पहले अपने पत्ते खोलने से साफ इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि 2-3 घंटे और नतीजों का इंतजार करते हैं...हमें अच्छी चीजों की उम्मीद हैं. मेरी कोई मांग नहीं है, मेरी एक छोटी पार्टी है, मैं कैसे मांग कर सकता हूं?
कर्नाटक में 10 मई को मतदान हुआ था. राज्य में 73.19 प्रतिशत वोटिंग हुई थी. 2018 के चुनाव में बीजेपी 104 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी, उसके बाद कांग्रेस 80, जेडी (एस) 37 और निर्दलीय, बसपा और कर्नाटक प्रज्ञावंता जनता पार्टी (केपीजेपी) को एक-एक सीट मिली थी. 2018 के चुनाव में कांग्रेस ने 38.04 प्रतिशत वोट शेयर हासिल किया था, उसके बाद भाजपा को 36.22 प्रतिशत, जद (एस) को 18.36 प्रतिशत वोट मिले थे.
कर्नाटक के 224 विधानसभा सीटों के लिए कुल 2,615 उम्मीदवारों मैदान में थे. उम्मीदवारों में 2,430 पुरुष, 184 महिलाएं और एक उम्मीदवार अन्य लिंग से हैं. कुल 5,31,33,054 मतदाताओं ने यहां 10 मई को विभिन्न राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों की किस्मत की हार -जीत का फैसला ईवीएम में दर्ज किया था. इन मतदाताओं में 2,67,28,053 पुरुष तो 2,64,00,074 महिला मतदाता शामिल रहे.
मतदान के बाद सामने आए विभिन्न चुनावी सर्वे में भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला होने के संकेत मिलने के चलते दोनों दल जीत दर्ज करने की संभावना वाले निर्दलीय उम्मीदवारों को अपने पाले में करना चाहते हैं. यहां कांग्रेस अध्यक्ष एम. मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर पार्टी महासचिव और कर्नाटक के प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला, पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख डी.के. शिवकुमार और पूर्व उपमुख्यमंत्री जी. परमेश्वर सहित अन्य नेताओं के बीच गहन चर्चा हुई.
निर्दलीय उम्मीदवारों से संपर्क साधने के बारे में भी विचार-विमर्श किया:
पार्टी सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस नेताओं ने नवनिर्वाचित विधायकों को एकजुट रखने के तरीकों पर चर्चा की और स्पष्ट जनादेश न होने की स्थिति में निर्दलीय उम्मीदवारों से संपर्क साधने के बारे में भी विचार-विमर्श किया. राज्य में 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए 10 मई को हुए चुनाव में 73.19 प्रतिशत का ‘‘रिकॉर्ड’’ मतदान दर्ज किया गया था. ज्यादातर ‘एग्जिट पोल’ में कांग्रेस को भाजपा से थोड़ी बढ़त मिलने का पूर्वानुमान जताया गया है जबकि त्रिशंकु विधानसभा की भी संभावना जताई गई है.
इस बार हम सतर्क रहेंगे:
कांग्रेस विधायकों की कथित खरीद-फरोख्त की आशंका से जुड़े सवाल पर परमेश्वर ने संवाददाताओं से कहा कि इस बार हम सतर्क रहेंगे. इस बीच, भाजपा खेमे में मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा के आवास पर मंत्रियों मुरुगेश निरानी, बैराथी बसवराज, पार्टी सांसद लहर सिंह सिरोया और ए.टी. रामास्वामी सहित पार्टी के अन्य नेताओं के साथ चर्चा की.
भाजपा स्पष्ट बहुमत के साथ ‘‘जादुई आंकड़े’’ को पार करेगी:
बोम्मई ने भरोसा जताया कि भाजपा स्पष्ट बहुमत के साथ ‘‘जादुई आंकड़े’’ को पार करेगी. उन्होंने कहा कि अब अन्य राजनीतिक दलों के साथ गठबंधन की बातचीत का सवाल ही नहीं उठता. सूत्रों के मुताबिक, भाजपा नेताओं ने भी अपने नवनिर्वाचित विधायकों को एकजुट रखने की रणनीति बनाई है. पार्टी निर्दलीय उम्मीदवारों के साथ ही छोटे दलों के ऐसे उम्मीदवारों से संपर्क करने का प्रयास कर रही है, जिनके जीतने की संभावना है.
उन्हें पार्टी और उसके नेतृत्व के प्रति वफादार रहने को कहा:
वहीं, जद (एस) नेता एच.डी. कुमारस्वामी की अनुपस्थिति में पार्टी संरक्षक और पूर्वप्रधान मंत्री एच.डी. देवेगौड़ा ने कथित तौर पर पार्टी के उन उम्मीदवारों से संपर्क किया है, जो जीत सकते हैं. देवेगौड़ा ने ऐसे उम्मीदवारों को फोन किया और उन्हें पार्टी और उसके नेतृत्व के प्रति वफादार रहने को कहा है. कुमारस्वामी स्वास्थ्य जांच के लिए सिंगापुर में हैं और वह शनिवार सुबह कर्नाटक पहुंच सकते हैं.