कर्नाटक के मंत्री ने कहा, सिद्धारमैया पांच साल तक रहेंगे मुख्यमंत्री, शिवकुमार बोले- आलाकमान देखेगा

बेंगलुरु: कर्नाटक की नव गठित सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री ने कहा है कि सिद्धरमैया पूरे पांच साल के लिए मुख्यमंत्री बने रहेंगे. इसने सत्तारूढ़ दल कांग्रेस में कुछ हलचल पैदा कर दी है. इस तरह की अटकलें हैं कि कांग्रेस आलाकमान ने कर्नाटक में सरकार गठन से पहले गतिरोध तोड़ने के लिए सिद्धरमैया और प्रदेश कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार के बीच “सत्ता बंटवारा या बारी-बारी से मुख्यमंत्री बनने” की व्यवस्था कराई थी. इसी के तहत सिद्धरमैया को मुख्यमंत्री और शिवकुमार को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है.

अटकलें हैं कि उपमुख्यमंत्री शिवकुमार ढाई साल के बाद या 2024 के लोकसभा चुनाव के पश्चात मुख्यमंत्री का पद संभालेंगे. इस बीच मंत्री एमबी पाटिल ने सोमवार शाम को कहा कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पांच साल का कार्यकाल पूरा करेंगे. मंत्री के बयान से अप्रसन्न दिखे शिवकुमार ने सिर्फ इतना कहा कि इसे आलाकमान देखेगा जबकि बेंगलुरू ग्रामीण से सांसद उनके भाई डीके सुरेश ने कहा कि वह पाटिल के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दे सकते हैं लेकिन वह ऐसा नहीं करेंगे. पाटिल से सोमवार को मैसूरु में पूछा गया था कि क्या सिद्धरमैया पांच साल के लिए मुख्यमंत्री बने रहेंगे या सत्ता बंटवारे को लेकर कोई फार्मूला है?

इस पर उन्होंने कहा कि सिद्धरमैया पांच साल के मुख्यमंत्री होंगे. अगर सत्ता बंटवारा या कुछ और होता तो, हमारा नेतृत्व आपको (मीडिया) को बताता. ऐसी कोई चीज़ नहीं है. जैसा कि हमारे एआईसीसी महासचिव ने कहा है कि चीज़ें चल रही हैं. उन चर्चाओं के बारे में पूछे जाने पर कि लोकसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री को बदल दिया जाएगा और शिवकुमार मुख्यमंत्री बनेंगे तो पाटिल ने कहा कि अगर ऐसी बातें होतीं तो हमारे एआईसीसी महासचिव प्रेस वार्ता करते समय आपको बता देते. उन्होंने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है.

पाटिल ने आज अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने सोमवार को पत्रकारों के सामने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) महासचिव के सी वेणुगोपाल का ही बयान दोहराया था जो उन्होंने (वेणुगोपाल ने) 18 मई को सिद्धरमैया का नाम मुख्यमंत्री और शिवकुमार का नाम उपमुख्यमंत्री पद के लिए घोषित करने के बाद प्रेस को दिया था. पाटिल ने यहां कहा कि सत्ता साझेदारी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने (वेणुगोपाल ने) कहा था कि सत्ता साझेदारी नहीं है. सत्ता की साझेदारी जनता के साथ है. मैंने वही कहा है जो वेणुगोपाल ने कहा था.

वहीं शिवकुमार पाटिल के बयान पर प्रतिक्रिया नहीं देना चाहते थे. उन्होंने कहा कि कोई व्यक्ति जो कुछ भी कहना चाहता है उसे कहने दो. एआईसीसी महासचिव हैं, मुख्यमंत्री हैं और एआईसीसी अध्यक्ष भी हैं. लेकिन शिवकुमार के भाई सुरेश ने पाटिल के बयान पर नाराज़गी जताते हुए कहा कि सिद्धारमैया मुख्यमंत्री हैं. अगर आप अधिक जानकारी चाहते हैं और एम बी पाटिल के बयान का जवाब चाहते हैं, तो आप हमारे एआईसीसी महासचिव (रणदीप सिंह) सुरजेवाला से मिल सकते हैं और जानकारी एकत्र कर सकते हैं. मैं भी तीखी बातें कह सकता हूं, लेकिन मुझे ऐसा नहीं करना चाहिए. मैं एम बी पाटिल के बयान का जवाब दे सकता हूं. कांग्रेस पर तंज कसते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कर्नाटक इकाई ने पाटिल के बयान का वीडियो ट्विटर पर साझा करते हुए लिखा है, डी के शिवकुमार मुख्यमंत्री नहीं बनने जा रहे हैं, सिद्धारमैया उन्हें (मुख्यमंत्री) बनने नहीं दे रहे हैं. एमबी पाटिल ने इस बयान से शिवकुमार को सीधी चेतावनी भेजी है. भाजपा ने यह भी कहा कि अभी तक सभी घटनाक्रमों को देखते हुए इस बात के कोई संकेत या गारंटी नहीं है कि यह सरकार बहुमत पाने के बावजूद स्थिर रह पाएगी. सोर्स भाषा