जयपुर : सुहागिनों का महापर्व करवा चौथ कल मनाया जाएगा. इस दिन महिलाएं सज-धजकर अपने सजना का दीदार करेंगी. महिलाएं अपने लंबे सुहाग के लिए कल उपवास रखेंगी. सनातन धर्म में विवाहित महिलाओं के लिए करवा चौथ का सबसे ज्यादा महत्व होता है.
कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को करवा चौथ का उपवास रखा जाता है. इस दिन सुहागिन महिलाएं निराहार रहकर व्रत का पालन करती है. करवा चौथ व्रत में चंद्र दर्शन और चंद्र पूजन का खास महत्व है.
करवा चौथ पूजन का मुहूर्त:
इस बार करवा चौथ पूजन का मुहूर्त शाम 5.17 बजे से 6:33 मिनट तक
करवा चौथ का समय सुबह 5.17 बजे से शाम 7.29 बजे तक रहेगा
करवा चौथ व्रत के दिन चंद्रोदय का समय शाम 7 बजकर 54 मिनट तक
हालांकि अलग-अलग स्थानों पर इसमें कुछ अंतर रहेगा
करवा चौथ पूजा
शस्त्रों के अनुसार करवा चौथ पूजा करने का सबसे अच्छा समय संध्या का समय होता है. जो सूर्यास्त के बाद शुरू होता है. करवा चौथ पूजा देवी पार्वती का आशीर्वाद पाने के लिए की जाती है। माता पार्वती की पूजा करने के लिए महिलाएं या तो अपने घर की दीवार पर देवी गौरा और चौथ माता का चित्र बनाती हैं या मुद्रित करवा चौथ पूजा कैलेंडर पर चौथ माता की छवि का उपयोग करती हैं. देवी गौरा और चौथ माता देवी पार्वती का प्रतिनिधित्व करती हैं.
#Jaipur: सुहागिनों का महापर्व करवा चौथ कल
— First India News (@1stIndiaNews) October 19, 2024
महिलाएं सज-धजकर करेंगी सजना का दीदार, महिलाएं अपने लंबे सुहाग के लिए रखेंगी उपवास...#RajasthanWithFirstIndia @TriptiGautamFin pic.twitter.com/RwJs6Cv27q