किरेन रिजिजू बोले, हिंसा प्रभावित मणिपुर में कानून व्यवस्था बहाल करने के लिए केंद्र जरूरी कदम उठा रहा

किरेन रिजिजू बोले, हिंसा प्रभावित मणिपुर में कानून व्यवस्था बहाल करने के लिए केंद्र जरूरी कदम उठा रहा

नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने शनिवार को कहा कि केंद्र हिंसा प्रभावित मणिपुर में कानून-व्यवस्था की स्थिति बहाल करने के लिए सभी जरूरी कदम उठा रहा है. किरेन रिजिजू ने एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री स्वयं राज्य के हालात पर नजर रख रहे हैं और सभी जरूरी कदम उठा रहे हैं.रिजिजू ने कहा कि दो समुदायों के बीच सांप्रदायिक हिंसा बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है और इसके कारण कई लोगों की जान चली गई और संपत्ति को नुकसान पहुंचा.

मंत्री ने कहा कि मेइती हों या कुकी, दोनों एक ही राज्य से संबंधित हैं और उन्हें एक साथ रहने की जरूरत है. उन्होंने दोनों के बीच वार्ता का आह्वान किया. अरुणाचल प्रदेश से आने वाले रिजिजू ने कहा कि संपूर्ण पूर्वोत्तर भारत में तेज गति से विकास हो रहा है. हिंसा को इसमें सेंध लगाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए. इस तरह की घटनाएं लोगों के भविष्य को प्रभावित करती हैं और युवाओं और महिलाओं को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाती हैं.

मणिपुर की कुल आबादी में मेइती समुदाय की 53 फीसदी हिस्सेदारी है और इस समुदाय के लोग मुख्यत: इंफाल घाटी में रहते हैं. वहीं, नगा और कुकी सहित अन्य जनजातीय समुदायों की आबादी 40 प्रतिशत के करीब है तथा वे मुख्यत: पहाड़ी जिलों में रहते हैं. सोर्स भाषा