नई दिल्ली : महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में गुरुवार सुबह हुए भूस्खलन से 10 लोगों की मौत हो गई और कई लोग फंसे हुए हैं, जिससे करीब 48 परिवार प्रभावित हुए हैं. मलबे में कई लोगों के फंसे होने की आशंका है.
अधिकारियों ने कहा कि महाराष्ट्र के रायगढ़ में बचाव कर्मियों को कठिन इलाके और खराब मौसम से जूझना पड़ रहा है, क्योंकि वे लगातार बारिश के कारण ढलानों में भीगने के बाद भूस्खलन में जीवित बचे लोगों की तलाश कर रहे थे, जिसमें कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई थी.
80 लोगों को बचाया गया:
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी गुरुवार सुबह भूस्खलन स्थल पर पहुंचे. राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस ने राज्य विधानसभा को बताया कि दस शव बरामद किए गए हैं और 80 से अधिक लोगों को बचाया गया है, लेकिन अनुमान है कि गांव में कम से कम 225 लोग रहते थे.
नियंत्रण कक्ष भी किया स्थापित:
प्रारंभिक रिपोर्टों में कहा गया है कि मलबे के नीचे लगभग 100 लोगों के फंसे होने की आशंका है और बचावकर्मी आपदा के लगभग 12 घंटे बाद जीवित बचे लोगों को खोजने के लिए भारी बारिश और कोहरे में संघर्ष जारी है. इससे पहले एनडीआरएफ ने कहा कि घटना की सूचना मिलने के बाद दो टीमें मौके पर पहुंचीं और खोज एवं बचाव अभियान शुरू किया. उन्होंने आगे बताया कि ऑपरेशन में शामिल होने के लिए दो और टीमें मुंबई से रवाना हो गई हैं. घटना के बाद रायगढ़ पुलिस ने एक नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया.
मौसम विभाग को भारी बारिश की नहीं थी उम्मीद:
मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि गुरुवार को अधिक बारिश की उम्मीद थी, लेकिन इतनी भारी नहीं, और महाराष्ट्र के तट और उत्तर में गुजरात राज्य के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया था, जो इस सप्ताह भी बारिश से प्रभावित हुआ है. बारिश के कारण महाराष्ट्र और गुजरात दोनों में स्कूल बंद हो गए हैं, सड़कों पर पानी भर गया है और परिवहन बाधित हो गया है.