जयपुर: राजस्थान में मानसून का आखिरी दौर चल रहा है. अब बारिश थम गई है और मौसम भी साफ रहने लगा है. राजस्थान में अब एक सप्ताह तक बारिश का अलर्ट नहीं है. मानसून ट्रफ लाइन तो अपनी नॉर्मल पॉजिशन पर बरकरार है. लेकिन कोई स्ट्रॉन्ग सिस्टम इन दिनों विकसित नहीं हो रहा है.
ऐसे में राज्य में अगले 5-7 दिन बारिश होने की संभावना कम है. 27 सितंबर से 3 अक्टूबर तक फिर बरसात शुरू होने की संभावना है. पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों में बादल छाने के साथ बूंदाबांदी हो सकती है. पिछले 24 घंटे के दौरान अधिकांश हिस्सों में मौसम साफ रहा है. जयपुर, भरतपुर, अजमेर, कोटा, जोधपुर के साथ बीकानेर और उदयपुर के कुछ हिस्सों में बादल छाए, लेकिन बारिश नहीं हुई.
राजस्थान में मानसून की मेहरबानी :
इस बार राजस्थान में मानसून काफी ज्यादा मेहरबान रहा. लेकिन लापरवाही से कई घरों के चिराग बुझे. इस बार मानसून में बारिश ने 207 लोगों की जान ली. इसमें अधिक बच्चे और युवा जिन्हें तैराकी नहीं आती. SDRF ने इस दौरान 645 लोगों को बचाया गया. वहीं जयपुर में ही डूबने से 18 लोगों की मौत हुई.
बीसलपुर बांध में घटी पानी की आवक :
बीसलपुर बांध में पानी की आवक घट गई है. मौसम साफ होने के साथ ही बीसलपुर बांध में पानी की आवक घट रही है. अब मात्र एक गेट खोलकर बांध से पानी निकाला जा रहा है. डाउनस्ट्रीम में 3 हजार क्यूसेक पानी निकाला जा रहा है. गेट नंबर 9 को आधा इंच खोलकर पानी निकाला जा रहा है. पूर्व में 6 गेट खोलकर डाउनस्ट्रीम में पानी निकाला जा रहा था. बांध के भराव क्षेत्र में त्रिवेणी की ऊंचाई 3.10 मीटर है.
करौली जिले के सबसे बड़े पांचना बांध का जलस्तर 258.25 मीटर :
वहीं करौली जिले के सबसे बड़े पांचना बांध का जलस्तर 258.25 मीटर हो गया है. विगत दो-तीन दिन बारिश के दौर के चलते बांध का जलस्तर बढ़ा है. पिछले रविवार को बांध का जलस्तर 257.90 मीटर होने पर गेट बंद किए थे. बांध का उच्चतम जल भराव स्तर 258.62 मीटर है. इस बार 39 दिन तक बांध के गेट खुले रहे थे.बांध की कुल भराव क्षमता के मुकाबले करीब चार गुना जल निकासी की हो चुकी है.