लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला बोले, कोविड के बाद देश में चिकित्सा व्यवस्था में आया बदलाव,सरकार कर रही बेहतर प्रयास

जयपुर: इंडियन सोसायटी फॉर हार्ट एंड लंग ट्रांसप्लांटेशन का वार्षिक सम्मेलन का आयोजन किया गया. इस मौके पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने अपने संबोधन में कहा कि आज बदलते वक्त में सबसे बड़ी चुनौती अंगदान की है. कम संसाधनों के बावजूद भी डॉक्टर की एक जिम्मेदारी होती है. वो अपने मरीज को बेहतर उपचार देकर जिंदगी दे. एक समय ऐसा भी देखा जब भारत में ब्लड डोनेशन करने से लोग डरते थे और कुछ लोग ऐसे भी थे जो ब्लड देकर अपनी 2 वक्त की रोटी का इंतजाम करते थे. लेकिन अब युवा आगे आ रहे, घंटों लाइन में लगकर ब्लड डोनेशन कर रहे. हमारे देश में अंगदान में भी ऐसी ही चुनौतियां थी, लेकिन अब परिस्थितियों में बदलाव आ रहा है. 

इन चुनौतियों से हमें लड़ना पड़ेगा,लोगों को और ज्यादा जागरुक करना पड़ेगा. जागरुकता से ही अंगदान को बढ़ा सकते हैं. क्योंकि दुनिया के अलग-अलग देशों में अलग-अलग आंकड़े है. कहीं पर 36 प्रतिशत से ज्यादा लोग अपने अंगदान करते हैं. मुझे उम्मीद है कि जल्द ही हम भी इस मुकाम पर पहुंच पाएंगे. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि आज हमारे देश में बेहतर डॉक्टर है. भले ही अन्य देश हमसे ज्यादा विकसित हो. आर्थिक तौर पर मजबूत हो,लेकिन फिर भी वहां से मरीज भारत आते हैं. क्योंकि यहां के डॉक्टर दुनिया के अन्य देशों की तुलना में बेहतर इलाज देते हैं. इसलिए हमारे देश के डॉक्टरों को दुनियाभर में सम्मान मिलता है. ये हम सबके लिए गर्व की बात भी है.

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि कोविड के बाद देश में चिकित्सा व्यवस्था में बदलाव आया है. सरकार बेहतर प्रयास कर रही है. केंद्र सरकार और राज्य सरकार भी लगातार प्रयास कर रही है. गांव-गांव, ढाणी-ढाणी में बेहतर इलाज मिले सके. लेकिन वर्तमान वक्त में अंगदान के लिए जागरूकता की जरूरत है और उसके लिए हम सबको मिलकर काम करना होगा. आज ट्रांसप्लांटेशन में हमारे देश में बेहतरीन डॉक्टर है. नई तकनीक से ट्रांसप्लांटेशन में हमारे देश के डॉक्टर दुनियाभर में सेवाएं दे रहे. 

हार्ट एंड लंग ट्रांसप्लांटेशन को लेकर आप जो मंथन कर रहे वो बेहतरीन है. ये काम हम लोगों को करना चाहिए था कि लोगों को अंगदान के लिए जागरुक करे. लेकिन ये जिम्मा ऐसे कार्यक्रम आयोजित कर आप निभा रहे. ऐसे में मुझे उम्मीद है कि एक दिन आपके प्रयास रंग लाएंगे और देश में लोगों के बीच अंगदान को लेकर जागरुकता बढ़ेगी. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि सम्मेलन जिस विषय पर रखा गया वो काफी महत्वपूर्ण है. बदलते वक्त और परिस्थितियों में किस तरह से डॉक्टरों ने हार्ट और लंग्स के ट्रांसप्लांटेशन में उपलब्धि हासिल की है. यही वजह है कि भारत के डॉक्टरों की पहचान देशभर में है. दुनियाभर में चिकित्सा क्षेत्र में बदलाव हो रहे,भारत में भी बदलाव हो रहे और इसी चिंतन के लिए आप सभी यहां जमा हुए हैं.

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि राजस्थान की धरती शौर्य,वीरता के साथ अतिथियों की धरती भी है. ऐसे में आज यहां आए हुए सभी डॉक्टर्स और अतिथियों का स्वागत है. आज इस सम्मेलन में जो मंथन कर रहे हैं. उसके पीछे यही वजह है कैसे आप बेहतर चिकित्सा मुहैया करवा सकते हैं. एक डॉक्टर का हमेशा यही लक्ष्य होता हैं कि वो किसी भी तरह से मरीज को बचाए, बेहतर उपचार दे. कोविड के समय भारत में डॉक्टरों और नर्सिंगकर्मियों ने किस तरह की सेवा की, वो दुनिया ने देखा.