शिलांग: मेघालय विधानसभा भवन में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सीपीए जोन 3 सम्मेलन का उद्घाटन किया. सीपीए जोन 3 के सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में बिरला ने कहा कि पिछले दिनों हुई घटनाएं मानवता और सामाजिक तौर अच्छी नहीं है. ऐसी घटनाओं से हम सब को बहुत पीड़ा होती है. सारा समाज, राज्य और देश शांति के रास्ते पर चले. हम सब के प्रयास शांति बहाली के लिए होने चाहिए. शांति से ही देश प्रदेश की समृद्धि होती है. मानवीय तौर पर शांति की अपील करता हूं. हमारी कोशिश होनी चाहिए कि हमारे किसी विषय से किसी को भी पीड़ा नहीं हो. यही भारत की संस्कृति है जिसे हमें सहेजना होगा.
ओम बिरला ने कहा कि भारतीयों के मूल स्वभाव में प्रकृति के नजदीक रहना. प्रकृति से हमारा आध्यात्मिक जुड़ाव भी रहा है. प्राकृतिक असंतुलन का समाधान भी इस मूल स्वभाव से ही निकलेगा. यहां मंथन से जो परिणाम निकलेंगे उसके नुरूप केंद्र और राज्य योजनाएं बनाएंगे. तकनीक का उपयोग करते हुए स्थानीय क्षमता विकास करना भी जरूरी है. उत्तर-पूर्व के लोगों का देश के विकास में योगदान सुनिश्चित करना होगा. यहां के नौजवान अद्भुत क्षमताओं और सामर्थ्य के धनी है. देश का गौरव बढ़ाने में उत्तर-पूर्व के युवाओं का अहम योगदान है. यहां राज्यों की कनेक्टिविटी बढ़ने से राज्यों का विकास बढ़ेगा. कृषि, ढांचागत विकास सहित सभी क्षेत्रों में प्रदेश आगे बढ़ेंगे.
ओम बिरला ने कहा कि सीपीए जोन 3 की बैठकें नियमित होना बेहद प्रशंसनीय है. सीपीए जोन 3 क्षेत्र की समस्याओं पर सामूहिकता से चर्चा में अग्रणी है. सीपीए संगमा ने सीपीए जोन 3 को सक्रिय बनाने में अहम भूमिका निभाई. देश में लोकतांत्रिक परम्पराओं को समृद्ध करने में उनका अहम योगदान है. आज के दिन श्रेष्ठ परम्पराएं स्थापित करने के लिए उनका नमन करते हैं. जलवायु परिवर्तन आज दुनिया के समक्ष गंभीर चुनौती है. पर्यावरण में आ रहे असंतुलन में चर्चा बेहद जरूरी है. चर्चा और संवाद से हमने सभी समस्याओं का समाधान तलाशा है.
इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने शिलांग में सीपीए इंडिया रीजन सम्मेलन का उद्घाटन किया. मेघालय में सीपीए,भारत क्षेत्र जोन-III के 20वें वार्षिक सम्मेलन का उद्घाटन किया. मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड के. संगमा, राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश, मेघालय विधानसभा अध्यक्ष थॉमस ए संगमा, अरुणाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष और
सीपीए इंडिया रीजन ज़ोन - III के चेयरमैन पसांग डी सोना, संसद सदस्य; मेघालय विधानसभा के सदस्य और अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे. प्राकृतिक आपदा और इन आपदाओं के प्रबंधन के लिए उत्तर पूर्व क्षेत्र के विशेष संदर्भ में रणनीतियां, उत्तर-पूर्व क्षेत्र को मुख्यधारा में लाने के लिए क्षेत्रीय कनेक्टिविटी इन विषयों पर चर्चा का दौर रहा.