जयपुर: एक संत के बलिदान ने इन दिनों खनन माफिया की शामत ला रखी है. ब्रज चौरासी की घटना के बाद मुख्यमंत्री के निर्देश पर शुरू हुए अभियान के 250 दिनों जो कार्रवाई खनन माफिया के खिलाफ हुई है वैसी अभी तक कभी देखने को नहीं मिली. इस बार सरकारी मशीनरी खनन माफिया को उखाड़ फेंकने की इच्छाशक्ति दिखा रही है यही कारण है कि 250 दिन में 1166 एफआईआर दर्ज कर 722 को गिरफ्तार किया गया है. रोजाना औसतन 19 मामले और 4 से अधिक एफआईआर दर्ज की जा रही हैं जो अवैध खनन पर कार्रवाई के इतिहास की सबसे तेज कार्रवाई है.
अवैध खनन पर चौतरफा कार्रवाई से घबराया माफिया !
अभियान के 250 दिनों में कुल 4805 मामले बनाए
एसीएस डॉ सुबोध अग्रवाल के निर्देश पर अभियान
अवैध खनन, निर्गमन और भंडारण के अब तक के सर्वाधिक मामले
खान, पुलिस और वन विभाग का संयुक्त अभियान
अभी तक 1166 FIR, कुल 722 को किया गिरफ्तार
162 बड़ी मशीनों सहित कुल 4865 वाहन और मशीन जब्त
टीमों ने करोड़ों की कीमत का 89428 टन खनिज किया जब्त
अभियान में अभी तक 31.37 करोड़ रुपए वसूला जुर्माना
एसएमई वाईएस सहवाल कर रहे मॉनिटरिंग
एक संत के बलिदान ने इन दिनों खनन माफिया की शामत ला रखी है. ब्रज चौरासी की घटना के बाद मुख्यमंत्री के निर्देश पर शुरू हुए अभियान के 250 दिनों जो कार्रवाई खनन माफिया के खिलाफ हुई है वैसी अभी तक कभी देखने को नहीं मिली. हालांकि इसके बाद भी प्रदेश में अवैध खनन के मामले रोजाना सामने आ रहे हैं. पिछले 259 दिन में 1166 एफआईआर दर्ज कर 722 को गिरफ्तार किया गया है. रोजाना औसतन 19 मामले और 4 एफआईआर दर्ज की जा रही हैं जो अवैध खनन पर कार्रवाई के इतिहास की सबसे तेज कार्रवाई है. ब्रज चौरासी में बरसों से अवैध खनन कर आस्था की जड़ों को खोखला करने वाले माफिया सरकार की ताकत के आगे बेबस तो नज़र आ रहा है लेकिन अभी भी हथियार डालने को तैयार नहीं. ब्रज चौरासी में संत विजयदास का बलिदान खाली नहीं गया. अभी तक अपने सियासी रसूक, धन बल और बाहुबल से पूरे प्रदेश के गर्भ को चीरकर अवैध खनन से चांदी काट रहा खनन माफिया 250 दिन से चल रही कार्रवाई से भयभीत है. ब्रज चौरासी की घटना के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पुलिस और खान विभाग को खनन माफिया को उखाड़ फैंकने के निर्देश दिए थे. इसके बाद पुलिस, खान और वन विभाग ने जबर्दस्त कार्रवाई करते हुए ब्रज चौरासी ही नहीं पूरे प्रदेश में खनन माफिया को चिन्हित कर हमला बोल दिया था तो अभी तक जारी है.
इस अभियान के नतीजे उत्साहजनक तो हैं लेकिन गुंजाइश अभी भी बाकी है. अभियान के पहले 250 दिन में ही प्रदेश में अवैध खनन, निर्गमन और भंडारण के रोजाना औसतन 19 से ज्यादा मामले बनाए जा रहे हैं. रोजाना औसतन 4 से ज्यादा एफआईआर और 3 से ज्यादा लोगों को रोजाना गिरफ्तार किया जा रहा है. रोजाना औसतन 20 से ज्यादा मशीन और वाहन जब्त किए जा रहे हैं. कार्रवाई का आलम यह है कि रोजाना औसतन 450 टन खनिज जब्त कर करीब 11 लाख रुपए रोजाना जुर्माना वसूला जा रहा है. दैनिक औसत के हिसाब से प्रदेश के इतिहास की ये सबसे तेज, बड़ी और सख्त कार्रवाई है. अभियान के नोडल अधिकारी वाईएस सहवाल ने बताया कि अवैध खनन की निगरानी और रैकी पुलिस के ड्रोन तक से की जा रही है. सरकार ने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे. मुख्य सचिव ने तो यहां तक कहा था कि अवैध खनन के स्पॉट पर जाकर उसे खत्म किया जाए और कोई कितना ही रसूकदार क्यों न हो उसे बख्शा नहीं जाए. अवैध खनन पर सरकार की सख्ती के आदेशों से सरकार की मंशा साफ है कि अब अवैध खनन मंजूर नहीं और न ही माफिया की सियासी सरपरस्ती. अब खनन तो होगा पर वैध होगा और नियमों से ही होगा. पर जो हालात हैं उससे लगता है कि लड़ाई अभी लंबी चलने वाली है.