VIDEO: महारानी कॉलेज में 3 मजार पर विरोध, छात्राओं के परिजनों ने भी उठाए सवाल, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: प्रदेश के सबसे बड़े महारानी महाविद्यालय में "मजार" बनाने का मामला खासा चर्चाओं में है, मजार बनाने को लेकर अब कुछ संगठनों ने इसका विरोध किया है. धरोहर बचाओं संघर्ष समिति के अध्यक्ष भारत शर्मा ने इसे साजिश बताया है. वहीं मजार बनाने को लेकर यूनिवर्सिटी कुछ जवाब भी नहीं दे पा रही है. कॉलेज प्राचार्या का कहना है की मेरे यहां आने से पहले ही ये मजार बनी हुई थी. अब सवाल ये है कि जब कॉलेज के सभी गेट बंद है तो आखिर कैसे कोई अंदर घुसा और किसकी सांठगांठ से ये मजार यहां बनाई गई कुछ लोगों का कहना है कि पहले एक मजार यहां हुआ करती थी लेकिन देखते देखते ये मजार अब तीन हो चुकी है.

प्रदेश के महारानी महाविद्यालय में तीन-तीन मजार बनाने को लेकर अब विवाद छिड़ चुका है आखिर कैसे एक महिला महाविद्यालय में मजार बनाई गई क्या ये वाकई में साजिश के तहत हो रहा है या फिर ये मजार पहले से ही यहां बनी हुई हैं. कुछ पूर्व छात्रों का कहना है कि कैंपस में पहले एक मजार हुआ करती थी लेकिन अब तीन मजार हो गई ये पता नहीं है. यानी की कोई है जो यहां आकर मजार बना कर चला गया लेकिन अब सवाल कॉलेज पशासन की सुरक्षा पर भी खडे हो गए है कि आखिर कैसे महिला महाविद्यालय में कोई अंदर घुसकर ये सब कर रहा है. क्योकि कॉलेज कैम्पस के अदंर भी गर्ल्स हॉस्टल संचालित है अगर कोई अंदर आता है तो छात्राओं की सुरक्षा पर भी सवाल खडा होता है.

महारानी कॉलेज में अपनी छात्राओं को प्रवेश दिलाई के लिए आए परिजनों ने इस पूरे मामले पर सवाल खडे किए हैं. उनका कहना है कि कॉलेज कैंपस शिक्षा का मंदिर होता है. यहां पर शिक्षा से जुडी गतिविधियां संचालित हो तो अच्छा है. इस तरह से कॉलेज के अंदर मजार बनाना बिल्कुल गलत है. इससे गलत प्रभाव पड़ता है.

मामले को बढता देख कॉलेज की प्राचार्या पायल लोढा ने कहा कि ये मजार कोई आज की नहीं है ये मजारे आज से 10 से 15 साल पुरानी है. वहीं छात्राओं की सुरक्षा को लेकर उन्होंने कहा कि छात्राओं की सुरक्षा को इससे किसी भी प्रकार का खतरा नहीं है. मामले पर कार्रवाई को लेकर उन्होंने कहा कि पूरे मामले पर जल्द ही चीफ प्रॉक्टर से बात की जाएगी और कमेटी बना कर मामले की जांच कराई जाएगी.

महारानी कॉलेज में मजार बनाने का मामले अब बड़ा हो गया है वहीं कॉलेज प्रशासन इस आज का नहीं बहुत पहले का बता रहा है अब देखना ये कि क्या कॉलेज कैंपस में बनीं मजारे रहती है या फिर इन्हे हटाया जाता है.