मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा में शनिवार को ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) के मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ. विपक्ष ने ईवीएम की विश्वसनीयता को लेकर सवाल उठाते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया. विपक्ष के इस कदम पर प्रतिक्रिया देते हुए डिप्टी सीएम अजित पवार ने कहा कि विपक्ष के वॉकआउट करने से कुछ हासिल नहीं होगा. चुनाव हुआ है और जनता ने हमें जिताया है. अगर उन्हें इस मुद्दे पर कोई कार्रवाई करनी है, तो उन्हें चुनाव आयोग के सामने जाना चाहिए.
विपक्ष की मांग:
विपक्ष ने ईवीएम की पारदर्शिता पर सवाल उठाते हुए बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग की. विपक्षी नेताओं का कहना है कि ईवीएम से चुनाव में गड़बड़ी की संभावना रहती है और जनता का विश्वास बहाल करने के लिए पारंपरिक तरीकों को अपनाना जरूरी है. इस मुद्दे पर सदन में तीखी बहस हुई, जिसके बाद विपक्ष ने वॉकआउट करने का फैसला लिया. विपक्षी दलों ने सरकार पर लोकतंत्र की अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि ईवीएम के मुद्दे को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है.
सरकार का पक्ष:
डिप्टी सीएम अजित पवार ने कहा कि विपक्ष के आरोप बेबुनियाद हैं. उन्होंने जोर देकर कहा कि चुनाव प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी और निष्पक्ष रही है. लोगों ने हमें चुना है, और हमें जनता के फैसले का सम्मान करना चाहिए, उन्होंने कहा. इस घटनाक्रम ने महाराष्ट्र की सियासत को फिर से गरमा दिया है. देखना होगा कि ईवीएम के मुद्दे पर विपक्ष और सरकार के बीच यह खींचतान आगे क्या मोड़ लेती है?