मल्लिकार्जुन खड़गे बोले, संविधान और जनता सब पर भारी, लोकतंत्र में अहंकारी नारों की जगह नहीं

मल्लिकार्जुन खड़गे बोले, संविधान और जनता सब पर भारी, लोकतंत्र में अहंकारी नारों की जगह नहीं

नई दिल्ली: लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही जारी है. राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि विपक्ष को नजरअंदाज किया गया. संविधान और जनता सब पर भारी है. लोकतंत्र में अहंकारी नारों की जगह नहीं है. अभिभाषण में न दिशा और न विजन है. 

5 साल से डिप्टी स्पीकर का पद खाली है. पहले डिप्टी स्पीकर का पद खाली नहीं होता था. हमें बात रखने के लिए संघर्ष करना पड़ा. खड़गे ने कहा कि 10 साल में संविधान को कमजोर किया गया. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए राज्यसभा के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि राष्ट्रपति संसद का सबसे अहम हिस्सा हैं, हम उनका सम्मान करते हैं. 

इस साल राष्ट्रपति का पहला अभिभाषण 31 जनवरी और दूसरा 27 जून को हुआ था. पहला अभिभाषण चुनावी और दूसरा उसकी कॉपी थी. राष्ट्रपति के अभिभाषण में न तो कोई विजन और न ही कोई दिशा था. उनके अभिभाषण में दलित, अल्पसंख्यक वर्ग और पिछड़े वर्ग के लिए कुछ नहीं था.