संसद की सुरक्षा चूक के मामले में मास्टरमाइंड ललित झा ने किया सरेंडर, आरोपियों के फोन लेकर हुआ था फरार

संसद की सुरक्षा चूक के मामले में मास्टरमाइंड ललित झा ने किया सरेंडर, आरोपियों के फोन लेकर हुआ था फरार

नई दिल्लीः संसद की सुरक्षा में चूक के मामले में दिल्ली पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. मामले में मास्टरमाइंड ललित झा ने गुरुवार रात को दिल्ली पुलिस के सामने समर्पण कर दिया. इस बात की जानकारी दिल्ली पुलिस ने दी है. फिलहाल आरोपी ललित से पूछताछ की जा रही है. 

संसद सुरक्षा उल्लंघन मामले पुलिस ने इससे पहले पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन ललित के बारे में कहीं कोई सुराग नहीं मिल पा रहा था. इससे पहले खबर आई थी कि ये राजस्थान में कहीं छिपा बैठा है लेकिन इसने खुद की थाने में पहुंचकर खुद को पुलिस के हवाले कर दिया. बता दें कि ललित घटना के बाद से ही फरार चल रहा था. ललित को इस घटना में मास्टर माइंड बताया जा रहा था और इसकी तलाश में पुलिस लगातार जगह-जगह छापे मार रही थी. 

संसद पर आतंकी हमले की 22वीं बरसी पर एक बार फिर से सेंध लग गई. लोकसभा की कार्यवाही के दौरान 2 युवक दर्शक दीर्घा से कूद गए. और स्मॉग क्रेकर फोड़ अफरातफरी मचा दी. मामले को लेकर अब दिल्ली पुलिस ने FIR दर्ज की. UAPA के तहत केस दर्ज किया गया. मामले को लेकर जांच के लिए स्पेशल सेल ने विशेष टीमों का गठन किया है. स्पेशल सेल सभी पहलुओं पर अलग अलग एंगल से जांच कर रही है. पूछताछ के दौरान सामने आयी जानकारी में आरोपी ललित ने हंगामे का वीडियो बनाया था. हंगामा बढ़ने पर ललित सभी मोबाइल लेकर फरार हो गया. लेकिन इसके बाद अब खुद ललित ने ही सरेंडर कर दिया है. 

मिली जानकारी के मुताबिक सभी आरोपी सोशल मीडिया के जरिए जुड़े थे. आरोपियों ने पहले भी मैसूर में मुलाकात की थी. करीब डेढ़ साल पहले सभी आरोपी मैसूर में मिले थे. लेकिन आरोपी सागर संसद भवन में नहीं जा पाया था. ऐसे में सभी आरोपी 10 दिसंबर को दिल्ली पहुंचे. और संसद के बाहर की रेकी की. कि किस तरह से इसमें प्रवेश किया जा सकता है. और फिर इंडिया गेट पर मुलाकात कर कलर वाले पटाखे बांट संसद में घुसने का फैसला किया.

सदन के भीतर लोकसभा में दो सख्स दर्शक दीर्घा से अचानक नीचे कूदते हैं और जूते से पंप निकालकर स्मोक अटैक कर देते हैं. इसके बाद पूरे सदन में धुआं फैल जाता है और अफरातफरी मच जाती है. ये स्मोक अटैक सिर्फ संसद के अंदर ही नहीं बल्कि दो लोग बाहर भी मौजूद थे जिसमें से एक महिला भी थी. बाद में इन चारों को गिरफ्तार कर लिया गया. हालांकि इस हमले में किसी सांसद को कोई नुकसान नहीं पहुंचा.