VIDEO: बेकाबू सीजनल डिजीज पर अलर्ट SMS मेडिकल कॉलेज प्रशासन, कॉलेज से अटैच अस्पतालों में शुरू किया गया डेडीकेटेड OPD

जयपुर : राजधानी जयपुर समेत प्रदेशभर में मौसमी बीमारियों के बढ़ते मरीजों को देखते हुए एसएमएस मेडिकल कॉलेज प्रशासन अलर्ट मोड पर है. कॉलेज प्राचार्य डॉ दीपक माहेश्वरी ने मरीजों की सुविधा के लिए डेडिकेटेड सीजन डिजीज ओपीडी शुरू करने के निर्देश दिए है. सभी अटैच अस्पतालों में 12 घंटे की डेडिकेटेड ओपीडी चलेगी, जिसमें मौके पर ही मरीजों के टेस्ट व दवाओं की उपलब्धता कराई जाएगी.

प्रदेश में बरसात के सीजन के बाद अब मौसमी बीमारियों ने घर-घर दस्तक दे दी है. सर्दी, खासी, जुकाम के साथ ही सभी अस्पतालों में डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, स्क्रब टायफस के मरीजों की संख्या एकाएक बढी है. पिछले अगर दस दिन की बात की जाए तो सरकारी आंकड़े में एक हजार से अधिक मरीज डेंगू के चिन्हित किए जा चुके है. इसी दरमियान मलेरिया, चिकनगुनिया और स्क्रब टायफस समेत अन्य बीमारियों का ग्राफ भी एकाएक बढ़ा है, जिसका सीधा असर अस्पतालों में ओपीडी से लेकर आईपीडी में देखा जा रहा है. मरीजों की संख्या में हो रही अप्रत्याशित बढ़ोत्तरी को देखते हुए एसएमएस मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने विशेष इंतजाम शुरू कर दिए है. कॉलेज प्राचार्य डॉ दीपक माहेश्वरी के निर्देश पर सभी अटैच अस्पतालों में 12 घंटे के लिए डेडिकेटेड ओपीडी शुरू करने के निर्देश दिए है.

प्रदेश में बेकाबू होता डेंगू का डंक...!
पिछले दस दिन में एक हजार से अधिक मरीज डेंगू पॉजिटिव
13 सितम्बर को जहां 2591 डेंगू केस, वहीं अब आंकड़ा पहुंचा 3480
इसी दरमियान मलेरिया मरीज के मरीजों की संख्या  837 से बढ़कर पहुंची 961
चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या भी 100 से बढ़कर अब हो गई 128
ये तो सिर्फ चिकित्सा विभाग की तरफ से जारी आंकड़ों का है गणित
जबकि फील्ड में स्थिति काफी चिंताजनक,एकाएक बढ़े मौसमी बीमारियों के मरीज
बडे़ निजी अस्पतालों में तो बीमारियों के प्रकोप के चलते हाउसफुल जैसी स्थिति

इन आदेशों की पालना में प्रदेश के सबसे बड़े एसएमएस अस्पताल प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है. अस्पताल के अधीक्षक डॉ सुशील भाटी ने बताया कि ओपीडी में सीजनल डिजीज के केस एकाएक बढ़े है. हालांकि, इसमें गंभीर मरीजों की संख्या ज्यादा नहीं है, फिर भी ऐतियातन डेडिकेटेड ओपीडी शुरू की जा रही है. सुबह आठ बजे से ओपीडी शुरू होगा, जो रात आठ बजे तक चलेगा. इस दौरान मौके पर ही मरीजों को दवा और जांच की सुविधा भी उपलब्ध होगी.