जयपुर: राजस्थान गर्वमेंट हेल्थ स्कीम प्रशासन ने बड़े चिकित्सकों के नाम पर फर्जी तरीके से करीब पौने दो करोड़ की दवाईयां उठाने के बड़े मामले का खुलासा किया है. ताजा मामला जोधपुर के झवर मेडिकल एजेंसीज पर सामने आया है, जहां जोधपुर एम्स और निजी हॉस्पिटल मेडीप्लस के चिकित्सकों के नाम का दुरूपयोग करते हुए फर्जी सील-साइन और प्रिस्क्रिप्शन तक तैयार कर लिए गए.
इन प्रिस्क्रिप्शन के आधार पर झवर मेडिकल एजेंसीज से 45 के आसपास मरीजों के नाम से करीब पौने दो करोड़ रुपए की दवाएं उठाई गई. सबसे आश्चर्य की बात ये है कि जिन मरीजों को कैंसर पीड़ित बताते हुए दवाएं उठाई जा रही थी, उनमें से अधिकांश को तो बीमार का पता ही नहीं है. बालोतरा के एक केस के जरिए पूरा मामला पकड़ में आया. RGHS विजिलेंस टीम ने शक के आधार पर जैसे ही मेडीप्लस हॉस्पिटल से क्वेरी की....तो कड़ी से कड़ी जुड़ी और एम्स के चिकित्सकों के नाम से भी फर्जी प्रिस्क्रिप्शन जारी होने की बात सामने आई.
जांच में चिकित्सकों के ये सभी सील-साइन और प्रिस्क्रिप्शन फर्जी मिले. ऐसे में RGHS की पीडी शिप्रा विक्रम के निर्देशन में संयुक्त परियोजना निदेशक सर्तकता डॉ अभिषेक किलक की टीम ने झवर मेडिकल एजेंसीज पर छापा मारकर दुकान व एक फैक्ट्री को सीज किया गया है. इसके साथ ही पुलिस में करीब 45 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है. RGHS की पीडी शिप्रा विक्रम ने बताया कि प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने आरोपी जुगल झवर को गिरफ्तार कर लिया है. गलत तरीके से दवाएं लेने वालों से भी रिकवरी की प्रक्रिया शुरू कर दी है.