पूर्व UPA सरकार की आर्थिक नीतियों पर संसद में श्वेत पत्र लाएगी मोदी सरकार, जानें कब होगा पेश

नई दिल्लीः कांग्रेस के नेतृत्व में रही यूपीए सरकार तक के 10 सालों के आर्थिक कुप्रबंधन को लेकर अब केंद्र की मोदी सरकार संसद में श्वेत पत्र ला रही है. ये श्वेत पत्र सदन में शुक्रवार या फिर शनिवार को पेश किया जा सकता है. श्वेत पत्र में आर्थिक कुप्रबंधन के अलावा यूपीए सरकार के दौरान उठाए जाने वाले सकारात्मक कदमों के असर के बारे में भी बात की जाएगी. 

इसके साथ ही श्वेत पत्र में भारत की आर्थिक दुर्गति और अर्थव्यवस्था पर पड़े नकारात्मक प्रभावों को भी विस्तार से रखा जाएगा. पीएम मोदी ने सदन में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी का नाम लेते हुए कहा कि देश ने जितना परिवारवाद का खामियाजा उठाया है, उसका खामियाजा कांग्रेस ने भी उठाया है.

बता दें कि मोदी सरकार के के श्वेत पत्र का सबसे बड़ा उद्देश्य पूर्व UPA सरकार की आर्थिक कुप्रबंधन को बताना है. संसद का सत्र भी एक दिन के लिए इस वजह से ही बढ़ाया गया है, श्वेत पत्र में यूपीए सरकार के दौरान घनघोर आर्थिक कूप्रबंधन पर श्वेत पत्र के ज़रिए भारत की आर्थिक दुर्गति और अर्थव्यवस्था पर पड़े नकारात्मक प्रभावों पर विस्तार से रखा जाएगा.