जयपुर: राजस्थान पर्यटन अब एक नई राह पर चल पड़ा है. प्रचंड गर्मी के तीन महीनों में राजस्थान पर्यटन ने ऑफ सीजन का मिथक तोड़ दिया है. गर्मी के शुरुआती दो महीने यानी अप्रैल और मई में राजस्थान में तीन करोड़ से ज्यादा पर्यटकों की आवक ने इस वर्ष प्रदेश में 20 करोड़ पर्यटकों की आवक के जादुई आंकड़े को छूने की उम्मीद जगा दी है. के पर्यटकों में देखने को मिल रही है.
50 डिग्री पर भी एक कोटि मेहमान, यह है राजस्थान की शान
मरू प्रदेश में पर्यटन के ऑफ सीजन का टूटता मिथक
राजस्थान में भीषण गर्मी के बावजूद मई के महीने में आए करीब 1.04 करोड़ सैलानी
इनमें 1.03 करोड़ से ज्यादा भारतीय और 60166 विदेशी मेहमान
वर्ष 2024 के पहले 5 महीने में कुल 7 करोड़ 3 लाख 73 हजार 814 पर्यटक आए
इनमें 6 करोड़ 94 लाख 35874 भारतीय पर्यटक और 9 लाख 37940 विदेशी पर्यटक शामिल
किसी अवधि में पिछले वर्ष के पर्यटकों की तुलना में घरेलू पर्यटकों में 2.36 फीसदी की वृद्धि
जबकि विदेशी पर्यटकों की संख्या में 42.59 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज
ऐसे में इस वर्ष पावणों की आवक का रिकॉर्ड टूटना तय
20 करोड़ के जादुई आंकड़े को छू लेगा विरासत का प्रदेश
प्रदेश में परंपरागत रूप से 'पारा' ही पर्यटकों की आवक तय करता रहा है. पारा चढ़ा तो पर्यटक घटे और पारा गिरा तो पर्यटकों की संख्या बढ़ जाती है. लेकिन अब हालात बदले हैं जिन पर्यटकों को अभी तक मरुधरा की गुलाबी सर्दी लुभाती थी अब उन्हीं पर्यटकों को तपती धूप में सुनहरी आभा वाले पाषाण भी लुभाने लगे हैं. प्रदेश में पर्यटन उत्पादों की कड़ी में वाइल्डलाइफ और नेचर टूरिज्म और एक्सपीरियेंशल टूरिज्म ने ऑफ सीजन का मिथक तोड़ दिया है.
पिछले वर्ष गर्मी में पर्यटन की जो शुरुआत हुई वो इस वर्ष और बढ़ गई है. जिस राजस्थान में पूरे साल एक करोड़ पर्यटक नहीं होते थे वहां अब जेठ की तपती दोपहरी में जब पारा 50 डिग्री पर आकर धमका रहा होता है उस दौर में यहां अप्रैल में करीब 2 करोड़ और मई में एक करोड़ से ज्यादा पर्यटकों की आवक दर्ज की गई है. दरअसल मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के संकल्प और उप मुख्यमंत्री व पर्यटन मंत्री दीया कुमारी के विजन का लाभ पर्यटन ढांचे को अल्प समय में ही मिलने लगा है.
पर्यटन विभाग की प्रमुख सचिव गायत्री राठौड़ और पर्यटन निदेशक डॉ रश्मि शर्मा द्वारा अपनी टीम से बेहतर तालमेल का भी असर दिख रहा है. विदेशों में प्रभावी मार्केटिंग, पर्यटन स्थलों पर आधारभूत सुविधाओं का विकास, मेले-उत्सवों का भव्य आयोजन और कनेक्टिविटी बढ़ाने का भी लाभ मिला है. ऐसे में पर्यटन उद्योग मजबूत हुआ है और ट्रेवल ट्रेड के चेहरे पर रौनक दिखने लगी है. प्रदेश में नए वित्त वर्ष के शुरुआती महीने अप्रैल में एक करोड़ 98 लाख सु ज्यादा पर्यटक आए और मई की भीषण गर्मी में एक करोड़ 3 लाख से ज्यादा सैलानियों की आवक हुई जो नया रिकॉर्ड है.
दरअसल राजस्थान के पास अब पर्यटन उत्पादों की एक बड़ी चैन है. अभी तक स्मारकों पर ही फोकस था लेकिन अब वाइल्डलाइफ, नेचर, रूरल, मेडिकल और धार्मिक पर्यटन के लिए मंदिरों की पूरी श्रृंखला है. एडवेंचर टूरिज्म है और एक्सपीरियेंशल टूरिज्म से पर्यटकों को वो सब मिलने लगा है जिसकी उम्मीद लेकर वे राजस्थान आते हैं. उम्मीद की जानी चाहिए कि यह ट्रेंड आगे भी जारी रहेगा. मानसून की शुरुआत हो चुकी है, पावणों की संख्या बढ़ेगी. ऐसे में माना जा रहा है कि वर्ष के अंत तक प्रदेश में 20 करोड़ पर्यटकों के आने का नया रिकॉर्ड कायम किया जाएगा.