डीडवाना (नागौर): डीडवाना रेलवे स्टेशन पर जीआरपी पुलिस द्वारा दस्तयाब किए गए एक बालक ने अपने ही अपहरण की झूठी फिल्मी कहानी रच दी. बालक की इस कहानी से एकबारगी हड़कंप मच गया, हालांकि जीआरपी पुलिस की जांच में अपहरण की कहानी झूठी साबित हुई है.
जांच में सामने आया है कि बच्चे ने परिजनों की डांट डपट के डर से अपहरण की कहानी बनाई है. डांट से बचने के लिए बालक घर से भागकर ट्रेन में चढ़ गया और घबराकर ट्रेन के गार्ड व जीआरपी पुलिस को अपने अपहरण की कहानी सुना दी. लेकिन इस घटना ने रेलवे के अधिकारियों और जीआरपी पुलिस की अच्छी खासी परेड करवा दी.
आपको बता दें कि कल डीडवाना जीआरपी के सामने एक 10 वर्षीय बालक के कथित अपहरण का मामला सामने आया था. मामले के अनुसार दिल्ली जाने वाली ट्रेन में टीटीई को एक बालक बिना टिकट यात्रा करते हुए मिला था. इस बालक से टीटीई ने जब पूछताछ की, तो उसने बताया कि कुछ लोगों ने उसका अपहरण कर लिया था, और गाड़ी में डालकर उसे डेगाना ले आया, जिसके चंगुल से भागकर वह इस ट्रेन में चढ़ गया है. जिसके बाद टीटीई ने बालक को डीडवाना जीआरपी पुलिस के सुपुर्द कर दिया.
बालक के अपहरण की बात सामने आने पर जीआरपी भी गंभीर हो गई:
वहीं बालक के अपहरण की बात सामने आने पर जीआरपी भी गंभीर हो गई और जांच शुरू की. जीआरपी पुलिस ने बालक से जब पूछताछ की तो मामला कुछ और ही निकला. पूछताछ में सामने आया कि बालक डेगाना क्षेत्र के ही एक गांव का निवासी है. उसे बदमाशी करने पर परिजनों ने डांट दिया था. इसी डर से वह घर से भाग निकला और डीडवाना आने वाली ट्रेन में बैठ गया. जबकि उसका किसी ने की अपहरण नहीं किया था. अपहरण की कहानी उसने खुद रची थी. सच्चाई सामने आने के बाद जीआरपी पुलिस ने बच्चे के परिजनों से संपर्क साधा. जिसके बाद परिजन डीडवाना पहुंचे. फिलहाल जीआरपी पुलिस बच्चे को उसके परिजनों के सुपुर्द करने की कार्रवाई कर रही है.