PM नरेंद्र मोदी मंगलवार को भोपाल से पांच वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को दिखाएंगे हरी झंडी

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को मध्यप्रदेश का दौरा करेंगे और इस दौरान राजधानी भोपाल स्थित रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से पांच वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से सोमवार को जारी एक बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री जिन पांच ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे, उनमें रानी कमलापति-जबलपुर वंदे भारत एक्सप्रेस, खजुराहो-भोपाल-इंदौर वंदे भारत एक्सप्रेस, मडगांव (गोवा)-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस, धारवाड़-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस और हटिया-पटना वंदे भारत एक्सप्रेस शामिल हैं.

पीएमओ ने कहा कि रानी कमलापति-जबलपुर वंदे भारत एक्सप्रेस महाकौशल क्षेत्र (जबलपुर) को मध्य प्रदेश के मध्य क्षेत्र (भोपाल) से जोड़ेगी. इससे, भेड़ाघाट, पचमढ़ी, सतपुड़ा आदि पर्यटन स्थलों की ओर आवाजाही सुलभ होगी. यह ट्रेन इस मार्ग की मौजूदा सबसे तेज ट्रेन की तुलना में लगभग 30 मिनट तेज होगी. खजुराहो-भोपाल-इंदौर वंदे भारत एक्सप्रेस मालवा क्षेत्र (इंदौर) और बुंदेलखंड क्षेत्र (खजुराहो) को मध्य क्षेत्र (भोपाल) से जोड़ेगी जिससे दोनों क्षेत्रों के संपर्क में सुधार होगा. इससे महाकालेश्वर, मांडू, महेश्वर, खजुराहो, पन्ना जैसे महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों को लाभ मिलेगा. यह ट्रेन इस मार्ग पर सबसे तेज गति से चलने वाली ट्रेन की तुलना में लगभग 2.30 घंटे तेज होगी. मडगांव (गोवा)-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस गोवा की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस होगी. यह मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस और गोवा के मडगांव स्टेशन के बीच चलेगी. 

यह दोनों स्थानों को जोड़ने वाली वर्तमान की सबसे तेज़ ट्रेन की तुलना में लगभग एक घंटे की यात्रा के समय को बचाने में मददगार होगी. धारवाड़-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस कर्नाटक के महत्वपूर्ण शहरों धारवाड़, हुबली और दावणगेरे को राज्य की राजधानी बेंगलुरु से जोड़ेगी. पीएमओ ने कहा कि इससे क्षेत्र में पर्यटकों, छात्रों, उद्योगपतियों आदि को बहुत लाभ होगा. यह ट्रेन इस मार्ग की मौजूदा सबसे तेज ट्रेन की तुलना में लगभग 30 मिनट अधिक गति से चलेगी. हटिया-पटना वंदे भारत एक्सप्रेस झारखंड और बिहार के लिए पहली वंदे भारत होगी. पीएमओ ने कहा कि पटना और रांची के बीच संपर्क बढ़ाने वाली यह ट्रेन पर्यटकों, छात्रों और व्यवसाइयों के लिए वरदान साबित होगी. यह दोनों स्थानों को जोड़ने वाली, वर्तमान की सबसे तेज ट्रेन की तुलना में, यात्रा के लगभग एक घंटे और पच्चीस मिनट के समय को बचाने में मदद करेगी. प्रधानमंत्री शहडोल में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे और वहां वे राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन की शुरुआत करेंगे. वह लाभार्थियों को सिकल सेल जेनेटिक स्टेटस कार्ड भी वितरित करेंगे. 

पीएमओ ने कहा कि इस मिशन का उद्देश्य सिकल सेल रोग से, विशेष रूप से जनजातीय आबादी के बीच उत्पन्न स्वास्थ्य चुनौतियों का समाधान करना है. पीएमओ ने कहा कि यह मिशन 2047 तक सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या के रूप में सिकल सेल रोग को खत्म करने के लिए सरकार के चल रहे प्रयासों में मील का एक महत्वपूर्ण पत्थर होगा. केंद्रीय बजट 2023 में राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन की घोषणा की गई थी. यह मिशन देश के गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, असम, उत्तर प्रदेश, केरल, बिहार और उत्तराखंड के 278 जिलों में लागू किया जाएगा. प्रधानमंत्री इस अवसर पर मध्य प्रदेश में लगभग 3.57 करोड़ आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई) कार्ड के वितरण की शुरुआत करेंगे. 

कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री रानी दुर्गावती गौरव यात्रा के समापन के अवसर पर रानी दुर्गावती को श्रद्धांजलि देंगे. रानी दुर्गावती की वीरता और बलिदान को लोकप्रिय बनाने के लिए मध्य प्रदेश सरकार द्वारा यात्रा का आयोजन किया जा रहा है. रानी दुर्गावती, 16 वीं शताब्दी के मध्य में गोंडवाना की शासक थीं. उन्हें एक बहादुर, निडर और साहसी योद्धा के रूप में याद किया जाता है, जिन्होंने मुगलों के खिलाफ स्वतंत्रता के लिए लड़ाई लड़ी. एक अनूठी पहल के तहत प्रधानमंत्री शहडोल जिले के पकरिया गांव का दौरा करेंगे और जनजातीय समुदाय, स्वयं सहायता समूहों, विभिन्न पंचायत समितियों के नेताओं और ग्राम फुटबॉल क्लबों के कप्तानों के साथ बातचीत करेंगे. प्रधानमंत्री जनजातीय और लोक कलाकारों के सांस्कृतिक कार्यक्रम देखेंगे और गांव में रात्रि भोजन भी करेंगे. सोर्स- भाषा