लंदन: नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 126वीं जयंती के मौके पर लंदन में भारतीय उच्चायोग में उन्हें श्रद्धांजलि दी गई और स्वतंत्रता सेनानियों पर एक विशेष चित्र प्रदर्शनी आयोजित की गई.
लंदन में भारतीय उच्चायोग द्वारा सोमवार शाम को आयोजित विशेष कार्यक्रम में नेताजी को श्रद्धांजलि देने के लिए सामुदायिक नेता और ब्रिटेन में रह रहे बंगाली समुदाय के सदस्य एक साथ आए.
उनका राजनीतिक साहस शाश्वत रहेगा:
इस अवसर पर ‘हैरिटेज बंगाल ग्लोबल’ (एचजीबी) ने दुनिया भर के कुछ भारतीय प्रवासियों द्वारा तैयार किए गए, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के क्रांतिकारियों के चित्रों की एक प्रदर्शनी ‘संग्राम’ आयोजित की. ब्रिटेन में भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोराइस्वामी ने इंडिया हाउस के गांधी सभागार में नेताजी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस और उनका सैन्य पराक्रम तथा उनका राजनीतिक साहस शाश्वत रहेगा.
जीवन त्यागने के उनके जज़्बे को रेखांकित किया:
उन्होंने कहा कि जो साहस उन्होंने नजरबंदी से भागने में दिखाया, भारत में उनके असाधारण सफर, युद्ध के कैदियों को एकजुट करने सहित एक सेना के गठन के उनके प्रयासों के बारे में जानने के लिए, कोलकाता में उनकी स्मृति में बना संग्रहालय देखने लायक है. भारतीय दूत ने महान स्वतंत्रता सेनानी की निस्वार्थता, अपने देश की स्वतंत्रता के लिए लड़ने की खातिर कठिन मार्ग पर चलने तथा विशेषाधिकार व विलासिता का जीवन त्यागने के उनके जज़्बे को रेखांकित किया.
भारतीय राष्ट्रगान ‘जन गण मन’ के साथ किया गया:
इस स्मारक कार्यक्रम में बंगाल हेरिटेज फाउंडेशन द्वारा देशभक्ति गीत सहित युद्ध के समय आईएनए (भारतीय राष्ट्रीय सेना) में जोश भरने वाले ‘कदम, कदम बढ़ाए जा’ सहित अन्य गीत बजाए गए और कार्यक्रम का समापन भारतीय राष्ट्रगान ‘जन गण मन’ के साथ किया गया. इस दौरान पत्रकार एवं इतिहासकार डॉ. विजय राणा के एक व्याख्यान ने श्रोताओं को भारत की स्वतंत्रता के लिए नेताजी के सैन्य अभियान के महत्वपूर्ण क्षणों से अवगत कराया. सोर्स-भाषा