उपभोक्ताओं से हांपते बिजली दफ्तरों को "संजीवनी", जयपुर डिस्कॉम में बढ़ते उपभोक्ताओं के हिसाब से खोले जाएंगे नए दफ्तर, बढ़ेगा कुनबा !

जयपुर: जयपुर डिस्कॉम में उपभोक्ताओं के बोझ से हांपते बिजली दफ्तरों को जल्द ही नए दफ्तरों के रूप में "संजीवनी" मिलेगी. डिस्कॉम में बढ़ते उपभोक्ताओं के हिसाब से जोनल चीफ इंजीनियर से लेकर कनिष्ठ अभियंता तक के नए दफ्तर खोले जाएंगे. ऊर्जा विभाग के निर्देशों की पालना में डिस्कॉम प्रशासन ने नए दफ्तर व इसके लिए जरूरी पदों का विस्तृत खाका तैयार कर राज्य सरकार को भिजवाया है. सूत्रों की माने तो आगामी बजट में इस प्रस्ताव के अधिकांश बिन्दुओं को जगह मिलने की उम्मीद है. आखिर क्या है डिस्कॉम का प्रस्ताव और उपभोक्ताओं को कैसे मिलेगा इसका फायदा, पेश है फर्स्ट इंडिया की एक्सलुसिव रिपोर्ट...

बिजली उपभोक्ताओं को बेहतर सेवाएं देने के लिए हर दफ्तर के हिसाब से ऊर्जा विभाग ने मापदण्ड तय कर रखे है. लेकिन फील्ड के हालात पर गौर फरमाए तो ये मापदण्ड कई दफ्तरों में हवा-हवाई साबित हो रहे है, जिसका खामियाजा उपभोक्ताओं को दिक्कतों के रूप में उठाना पड़ता है. अकेले जयपुर डिस्कॉम की बात की जाए तो खासतौर पर जयपुर शहर, जयपुर ग्रामीण और अलवर सर्किल ऐसे है, जहां 30 से अधिक दफ्तरों में अत्यधिक बिजली उपभोक्ताओं के चलते सेवाएं प्रभावित हो रही है. ऐसे में ऊर्जा विभाग के निर्देशों की पालना में एकबार फिर से डिस्कॉम में नए दफ्तर खोलने और इन दफ्तरों के हिसाब से जरूरी पद व संसाधनों का विस्तृत खाका तैयार किया गया है. इस प्रस्ताव के मुताबिक एक जोनल चीफ इंजीनियर कार्यालय, तीन अधीक्षण अभियंता कार्यालय, दो अधिशासी अभियंता कार्यालय के अलावा 14 सहायक अभियंता कार्यालय खोलने का प्रस्ताव है. सबसे बड़ा बदलाव जयपुर शहर में देखने को मिलेगा, जहां एक के बजाय अब दो सर्किल होंगे. साथ ही एक XEN और 5 नए AEN ऑफिस भी खोले जाएंगे. 

ऊर्जा विभाग के नियमानुसार ये है दफ्तरों का मापदण्ड:- 
- 90000 उपभोक्ताओं पर खुलना चाहिए एक अधिशासी अभियंता कार्यालय
- शहरी क्षेत्र में 28000 और ग्रामीण क्षेत्रों में 22000 उपभोक्ताओं पर होना चाहिए एक AEN दफ्तर
- शहरी क्षेत्र में 9000 और ग्रामीण क्षेत्रों में 7000 उपभोक्ताओं पर होना चाहिए एक JEN दफ्तर
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-------(ये है डिस्कॉम के प्रस्ताव की बानगी)-------
पीएचईडी की तर्ज पर होगा बिजली के सर्किलों का बंटवार !
- राजधानी जयपुर के जेसीसी सर्किल को दो भागों में बांटने का प्रस्ताव
- उपभोक्ताओं की संख्या को देखते हुए जयपुर डिस्कॉम ने बनाया प्रस्ताव
- ऊर्जा विभाग के संयुक्त सचिव को भेजा डिस्कॉम सचिव ने विस्तृत प्रस्ताव
- प्रस्ताव के तहत JCC नार्थ-JCC साउथ के नाम से होगा "JCC" का विभाजन
- JCC नार्थ में 484764 उपभोक्ता, JCC साउथ में जाएंगे 5,69,495 उपभोक्ता
- इसके साथ ही जयपुर ग्रामीण(जेपीडीसी)-अलवर सर्किल के भी होंगे दो भाग
- जयपुर ग्रामीण(जेपीडीसी) को जेपीडीसी नार्थ व जेपीडीसी साउथ में बांटा जाएगा
- जबकि अलवर सर्किल से तोड़कर बनाया जाएगा भिवाड़ी में नया सर्किल ऑफिस
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जयपुर डिस्कॉम में बदलेगा दफ्तरों का प्रशासनिक ढांचा !
- कंज्यूमर्स से ओवरलोड बिजली दफ्तरों को लेकर बड़ी कवायद
- जयपुर डिस्कॉम में बढ़ते उपभोक्ताओं के हिसाब से खोले जाएंगे नए दफ्तर
- डिस्कॉम प्रशासन ने ऊर्जा विभाग को भेजा नए दफ्तर खोलने का प्रस्ताव
- प्रस्ताव के मुताबिक जयपुर में खुलेंगे एक XEN और 5 नए AEN ऑफिस
- XEN सीडी-6 को विभाजित करके खोला जाएगा XEN सीडी-8 दफ्तर
- मानसरोवर AEN ऑफिस विभाजित होकर बनेगा AEN पत्रकार कॉलोनी ऑफिस
- सांगानेर AEN ऑफिस विभाजित होकर बनेगा AEN मुहाना मण्डी ऑफिस
- प्रतापनगर AEN ऑफिस विभाजित होकर बनेगा AEN NRI कॉलोनी ऑफिस
- करधनी AEN ऑफिस विभाजित होकर बनेगा AEN शालीमार चौराहा ऑफिस
- इसके अलावा जगतपुरा-पुरानाघाट AEN ऑफिस के सरप्लस उपभोक्ता होंगे शिफ्ट
- ये सरप्लस उपभोक्ता इंदिरा गांधी नगर के नए AEN ऑफिस में होंगे शिफ्ट
- इन पांचों AEN दफ्तरों में निर्धारित मापदण्ड से दो से तीन गुना अधिक है उपभोक्ता
- ऐसे में नए दफ्तर खुलने से उपभोक्ताओं को मिलेगी क्वालिटी सप्लाई और सेवाएं
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डिस्कॉम प्रशासन ने प्रस्ताव में न सिर्फ नए दफ्तरों जिक्र किया है, बल्कि इस दफ्तरों के संचालन के लिए नए पद भी सृजित करने का खाका दिया है. इन नए कार्यालयों के लिए कुल 739 नए पदों की स्वीकृति मांगी गई है. आइए आपको बताते है कि कैसा होगा डिस्कॉम के दफ्तरों का कुनबां.

जयपुर डिस्कॉम को बढ़ेगा कुनबा !
- जयपुर डिस्कॉम में बढ़ते उपभोक्ताओं के हिसाब से खोले जाएंगे नए दफ्तर
- इन दफ्तरों के हिसाब से 739 नए पदों के सृजन का भेजा गया है प्रस्ताव
- प्रस्ताव में वित्तीय सलाहकार का एक पद, मुख्य अभियंता का एक पद,
- अतिरिक्त मुख्य अभियंता के दो पद, मुख्य लेखाधिकारी का एक पद,
- SE के पांच पद, संयुक्त सचिव का एक पद, वरिष्ठ लेखाधिकारी के दो पद
- उप निदेशक कार्मिक के दो पद, XEN के 9 पद, AEN के 22 नए पदों का प्रस्ताव
- उप सचिव का 1 पद, सहायक सचिव के 4 पद, कार्मिक अधिकारी के 3 पद,
- लेखाधिकारी के तीन पद, सहायक कार्मिक अधिकारी के चार पद,
- वरिष्ठ विधि अधिकारी के आठ पद, कनिष्ठ विधि अधिकारी के छह पद,
- कनिष्ठ अभियंता के 41 पद, सहायक लेखाधिकारी प्रथम के 8 पद,
- सहायक लेखाधिकारी, द्वितीय के 35 पद, कनिष्ठ लेखाकार के 60 नए पदों का प्रस्ताव
- प्रशासनिक अधिकारी के पांच पद, अति.प्रशासनिक अधिकारी के 2 पद,
- सहायक प्रशासनिक अधिकारी के 14 पद, सांख्यिकी अधिकारी के एक पद,
- अतिरिक्त निजी सचिव के चार पद, निजी सहायक/आशुलिपिक के आठ पद,
- वरिष्ठ सहायक/वाणिज्यिक सहायक प्रथम के 66, वाणिज्यिक सहायक द्वितीय के 105,
- सहायक प्रोग्रामर के 65, सूचना सहायक के 18 पद, चतुर्थ श्रेणी कार्मिक के 79  पद,
- तकनीकी स्टॉफ के 135 पद, एमटीआर प्रथम के 4 पद, एमटीआर द्वितीय का एक पद,
- एमटीआर तृतीय का 7 पद और हेल्पर प्रथम/द्वितीय के 6 नए पद सृजित करने का प्रस्ताव

डिस्कॉम अधिकारियों की माने तो कई ओवरलोड दफ्तरों के उपभोक्ता त्वरित सेवाओं के लिए काफी परेशान है. इसके साथ ही फील्ड अभियंता भी काम के बोझ तले दबे होने से न तो उपभोक्ताओं को बेहतर सेवाएं दे पाते है और न ही राजस्व पर फोकस. ऐसे में ऊर्जा विभाग की कवायद को लाखों बिजली उपभोक्ता के साथ ही फील्ड अभियंताओं के लिए बड़ी राहत के रूप में देखा जा रहा है. उम्मीद है कि इस प्रस्ताव को आगामी बजट में जगह मिलेगी, ताकि सरकार की मंशा के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण बिजली सेवाएं जनता को मिल सके.