फलोदी: फलोदी जिले में पति ने हीं अपनी पत्नी को पिस्तौल से गोली मारकर उड़ा दिया,घटना को अंजाम देने के बाद फरार पति की पुलिस सरकार में से जांच कर रही है. घटना फलोदी जिले की है जहां एकमहिला दुकानदार की उसी के पति ने गोली मारकर हत्या कर दी. वारदात से पहले पति दुकान पर पहुंचा. इस दौरान पत्नी से उसकी बहस हुई. इस वारदात में महिला दुकानदार की मौके पर ही मौत हो गई. मामला फलोदी थाना क्षेत्र के नागौर रोड स्थिति सिटी पॉइंट के पास रविवार दोपहर करीब 1:15 बजे का है.
महिला अनामिका विश्नोई, सिटी पॉइंट के पास नारी कलेक्शन के नाम से दुकान चलाती है. पति महीराम घटना के बाद से फरार है. इधर, घटना की सूचना पर डीएसपी रामकरण सिंह, सीआई भंवर सिंह और पुलिस टीम मौके पर पहुंची. ये भी सामने आया कि फायरिंग से पहले महीराम ने अनामिका के घर जाकर उसे धमकाया भी था कि आज या तो तू रहेगी या मैं.
दोपहर में पहुंचा था दुकान में, सीसीटीवी में कैद हुई पूरी घटना
कार्यवाहक एसपी सौरभ तिवाड़ी ने बताया कि घटना की जानकारी के बाद जब दुकान पर पहुंचे और सीसीटीवी खंगाले तो सारी घटना सामने आई. सीसीटीवी देखने पर पता चला अनामिका का पति महीराम दोपहर करीब 12 बजे दुकान में आया था. यहां दोनों के बीच बहस बाजी भी हुई थी. उन्होंने बताया दुकान मालिक ने बताया कि दोपहर को घटना के बाद उसने अनामिका को कुर्सी पर बैठे हुए देखा था. दोपहर 3 बजे तक जब अनामिका बाहर नहीं आई तो वह दुकान के गेट पर गया और वहां देखा वह काफी देर से कुर्सी पर झुकी हुई बैठी है.
जब हलचल नहीं की तो मालिक ने अंदर जाकर देखा. जहां खून बिखरा हुआ था और फर्श पर गोली का खील पड़ा हुआ था. इस पर अनामिका के पिता तेजाराम को सूचना दी. इसके बाद महिला को फलोदी अस्पताल लेकर आया गया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. दोनों के मामला कोर्ट में चल रहा था. कार्यवाहक एसपी तिवाड़ी ने बताया-अनामिका की 13 साल पहले महीराम पुत्र गोपीराम निवासी नगरासर (बीकानेर) के साथ शादी हुई थी. महिला का पति महीराम नगरासर गांव में मेडिकल की दुकान चलाता है. दो साल से दोनों के बीच विवाद चल रहा है. भरण पोषण को लेकर मामला कोर्ट में चल रहा था.
दोनों के दो के 12 और 10 साल के दो बेटे हैं. अनामिका का पीहर फलोदी के पास खारा गांव में हैं. दो साल पहले विवाद के बाद महिला फलोदी में वेदों की बगेची में किराए पर अपने दोनों बेटों के साथ रहती थी. बच्चों ने पुलिस को बताया कि उनके पिता महीराम रविवार सुबह 11:30 बजे घर पर आया था. हम दोनों बच्चों से कहा कि आज या तो तुम्हारी मां रहेगी या मैं. इसके बाद दुकान जाकर महीराम ने अनामिका को गोली मार दी.