राउरकेला: क्वार्टर फाइनल में भी नहीं पहुंचने के बाद आलोचना की शिकार भारतीय टीम को पुरूष हॉकी विश्व कप में सबसे खराब स्थान से बचने के लिये जापान के खिलाफ बृहस्पतिवार को नौवें से 16वें स्थान के क्लासीफिकेशन मैच में हर हालत में जीत दर्ज करनी होगी.
एशियाई खेल 2018 की स्वर्ण पदक विजेता जापान से हार भारत को 13वें से 16वें स्थान के क्लासीफिकेशन मैच की ओर धकेल सकती है. अब तक पिछले 14 विश्व कप में भारत का सबसे खराब प्रदर्शन लंदन में 1986 में रहा जब टीम 12वें और आखिरी स्थान पर रही थी.इस विश्व कप में 16 टीमें भाग ले रही हैं. जापान से हारने के बावजूद भारत भले ही सबसे आखिरी स्थान पर नहीं रहे लेकिन 12वें स्थान से आगे खिसक जायेगा जो उसका सबसे खराब प्रदर्शन होगा. भारत न्यूजीलैंड से क्रॉसओवर मैच में सडन डैथ में हारने के बाद क्वार्टर फाइनल की दौड़ से बाहर हो गया था. भारत ने दो गोल की बढत गंवाई और निर्धारित समय तक स्कोर 3.3 से बराबर हो गया था.
पाकिस्तान से हारने के बाद आखिरी स्थान पर रही:
विश्व कप 1986 में मोहम्मद शाहिद की अगुवाई में भारतीय टीम पोलैंड, स्पेन और आस्ट्रेलिया से हार गई थी . उसने कनाडा को हराया और जर्मनी से ड्रॉ के बाद प्रारंभिक दौर में छह टीमों में पांचवें स्थान पर रही . इसके बाद क्लासीफिकेशन मैच में न्यूजीलैंड से हार गई और फिर पाकिस्तान से हारने के बाद आखिरी स्थान पर रही. जापान को हराने के लिये भारत को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा. जकार्ता एशियाई खेल 2018 में मलेशिया को हराकर स्वर्ण पदक जीतने वाली जापानी टीम भी हालांकि पूल ए में तीनों मैच हारकर आखिरी स्थान पर रही . भारत पूल डी में दूसरे स्थान पर रहा जिसने स्पेन और वेल्स को हराया और इंग्लैंड से ड्रॉ खेला.
सेमीफाइनल में भारत को 5.3 से हराया था:
जापान ने दिसंबर 2021 में एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी सेमीफाइनल में भारत को 5.3 से हराया था . पिछले साल मई जून में एशिया कप में दूसरे दर्जे की भारतीय टीम ने जापान को दो बार हराया और एक मैच जीता. भारत ने 1932 के बाद से जापान के खिलाफ 32 में से 26 मैच जीते हैं जबकि तीन जापान ने जीते और तीन मैच ड्रॉ रहे. सोर्स-भाषा