जयपुरः महेंद्रजीत सिंह मालवीया के बीजेपी में जाने की अटकलों के बीच राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है. इसी बीच पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने हमला बोलते हुए कहा कि कोई जाए पार्टी को फर्क नहीं पड़ता है. किस मकसद से और लालच से जा रहे हैं. यह समय आने पर खुलासा हो जाएगा.
डोटासरा ने कहा कि पार्टी ने विधायक,सांसद और मंत्री बनाया. लेकिन आज इस उम्र में जाकर कहे की मेरी मां गद्दार है. यह पॉलिटिक्स में गिरावट का एक नमूना है. किसी नेता के जाने से पार्टी को कोई झटका नहीं लगेगा. कांग्रेस मुक्त नहीं भाजपा खुद भाजपा मुक्त हो रही है.
बता दें कि महेंद्रजीत सिंह मालवीय कांग्रेस के रवैये से 'खुश' नहीं हैं. दरअसल मालवीय नेता प्रतिपक्ष नहीं बनाए जाने से नाराज थे. फिर आदिवासी अंचल से किसी को भी राज्यसभा नहीं भेजे जाने से वह और निराश हो गए. लेकिन इन सबके बीच उनके मन में मलाल था कि उनको कांग्रेस आलाकमान से नहीं मिलने का समय मिला.
सीडब्ल्यूसी सदस्य की हैसियत से भी मालवीय को मिलने का समय नहीं मिल पाया. जबकि कई दिनों तक मालवीय ने दिल्ली में डेरा डाल रखा था. हालांकी केसी वेणुगोपाल उनसे मिले लेकिन वह बमुश्किल दो-तीन मिनट ही मिले जिससे मालवीय के मन में यहीं से निराशा के भाव उपज गए. आदिवासी अंचल में कांग्रेस के सिरमौर कहे जाने वाले इस नेता का मन बदल गया. खास बात है की मालवीय को मनाए जाने को लेकर भी पार्टी की तरफ से गंभीरता के साथ प्रयास नहीं किए गए.
इसके अलावा कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ समेत 3 बड़े चेहरे भाजपा में शामिल हो सकते है. राजस्थान में लालचंद कटारिया राजेंद्र यादव, महेंद्रजीत सिंह मालवीय भाजपा में शामिल हो सकते है. जो कि आगामी लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है.