भुवनेश्वर: ओडिशा सरकार ने चक्रवाती तूफान के पूर्वानुमान के मद्देनजर 18 तटीय और आसपास के जिलों के कलेक्टरों को किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहने को कहा है. मौसम कार्यालय ने कहा कि शनिवार को दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित होने की संभावना है. इसके प्रभाव से रविवार को इसी क्षेत्र में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है.
तूफान के सोमवार को दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर दबाव में बदलने की संभावना है. इसने कहा कि इसके बंगाल की मध्य खाड़ी की ओर लगभग उत्तर की तरफ बढ़ते हुए तेज हवाओं के साथ एक चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा, “रविवार को कम दबाव का क्षेत्र बनने के बाद प्रणाली और अन्य मापदंडों द्वारा इसकी गति और मार्ग की जानकारी प्रदान की जा सकती है. उन्होंने कहा कि प्रणाली द्वारा इसकी नियमित रूप से निगरानी की जा रही है, लेकिन चक्रवात के संबंध में कोई परामर्श जारी नहीं किया गया है.
बालेश्वर, भद्रक, जाजपुर, केंद्रपाड़ा, कटक और पुरी सहित ओडिशा के कई जिलों के लिए आंधी-तूफान के साथ बारिश की ‘येलो’ चेतावनी जारी की गई है. राज्य सरकार द्वारा जारी परामर्श में विशेष राहत आयुक्त सत्यब्रत साहू ने जिलों को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने की सलाह दी है. लोगों से कहा गया कि वे मौसम पर नजर रखें और तूफान के दौरान सुरक्षित आश्रय लें और शहरी क्षेत्रों में यातायात परामर्श का पालन करें. सोर्स- भाषा