नई दिल्लीः पवन कल्याण ने तमिल नेताओं पर निशाना साधा है. हिंदी भाषा के विरोध को लेकर निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के नेता हिंदी का विरोध करते है. जबकि वित्तीय लाभ के लिए तमिल फिल्मों को हिंदी में डब करने की अनुमति देते है.
भारत को सिर्फ दो नहीं, तमिल समेत अनेक भाषाओं की जरूरत है. भारत की भाषाई विविधता को संरक्षित करने की जरूरत पर जोर दिया है. उन्होंने तमिलनाडु के राजनेताओं पर पाखंड का आरोप लगाया. बता दें कि पवन कल्याण आंध्र प्रदेश में मंत्री और जनसेना पार्टी प्रमुख हैं.