जोहानिसबर्ग: इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन का मानना है कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) एसए20 की राह पर चलते हुए इस नवीनतम टी20 लीग के नियमों में बदलाव को अपना सकता है और लीग को और अधिक रोमांचक बना सकता है. पीटरसन ने एसए20 लीग में लागू किए गए बदलावों का समर्थन किया है जिसमें टॉस के समय 13 खिलाड़ियों को नामित करना और फिर बाद में अंतिम एकादश का चयन शामिल है.
पीटरसन ने कहा कि मुझे नए नियमों से कोई समस्या नहीं है. मुझे लगता है कि नए नियम बेहद अच्छे हैं. टॉस काफी अधिक भूमिका नहीं निभाता. एसए20 खेल में जो नयापन लाया है वह मुझे पसंद है. मुझे लगता है कि यह शानदार है. उन्होंने कहा कि बोनस अंक देना भी शानदार है. आप देख सकते हैं कि बोनस अंक यहां भूमिका निभा रहा है. मेरे कहने का मतलब है कि आप नियमों में बदलाव करना चाहते हैं जिससे कि यह सभी के लिए और अधिक रोमांचक बने.
इंग्लैंड के अति आक्रामक रवैये और इससे टीम को मिली सफलता पर पीटरसन ने कहा कि भारत को भी इसी तरह से खेलने के बारे में सोचना चाहिए. उन्होंने कहा कि यह मानसिकता है. मुझे लगता है कि उनके पास एक कोच है जो यह सुनिश्चित कर रहा है कि वे असफल होने से नहीं डरें. उन्हें असफलता की चिंता नहीं है. वे जब क्रीज पर होते हैं तो संभवत: आउट होने के बारे में नहीं सोचते. वे बस असफलता के डर के बिना खेलते हैं.
पीटरसन ने कहा कि मुझे लगता है कि भारत को भी ऐसा ही करना चाहिए. मुझे लगता है कि अच्छे खिलाड़ियों की मौजूदगी के बावजूद भारत बहुत धीमी बल्लेबाजी करता है. उनके पास खिलाड़ी हैं लेकिन फिर भी. उन्हें मैदान पर उसे दोहराना चाहिए जो इंग्लैंड कर रहा है. पीटरसन ने एक टी20 लीग फ्रेंचाइजी खरीदने की कोशिश की लेकिन धन की कमी के कारण सफल नहीं हो सके. हालांकि इस दिग्गज बल्लेबाज ने भविष्य में किसी टीम के स्वामित्व से इनकार नहीं किया.
उन्होंने कहा कि मैं बोली लगाने वालों में से एक था. हां, मैं किसी एक टीम को खरीदना चाहता था. लेकिन मेरे पास टीम का मालिक होने के लिए पर्याप्त धन नहीं था. यह पूछे जाने पर कि क्या क्रिकेट का खेल एकदिवसीय प्रारूप के बिना बेहतर होगा, विशेषकर द्विपक्षीय मुकाबलों के बिना तो पीटरसन ने कहा कि फिलहाल किसी निश्चित निष्कर्ष पर पहुंचना मुश्किल है. उन्होंने कहा कि हम यह नहीं कह सकते कि वनडे के बिना क्रिकेट बेहतर होगा क्योंकि हम अभी तक उस स्थिति में नहीं पहुंचे हैं. लेकिन हम भविष्य में ऐसा देख सकते हैं, हालांकि विश्व कप अभी काफी लुभावाना टूर्नामेंट है.
सबसे छोटे प्रारूप के बारे में बात करते हुए पीटरसन ने कहा कि मनोरंजन के अलावा मुख्य रूप से इससे जुड़े पैसे के कारण यह प्रारूप बना रहेगा. उन्होंने कहा कि यह यहां रहने के लिए है, टी20 में बहुत अधिक पैसा है. अब 50 ओवर का प्रारूप क्रिकेट के बहुत लंबे दिन की तरह लगता है. मुझे नहीं लगता कि आपको 50 ओवर के खेल में उतना मनोरंजन मिलता है जितना आपको टी20 में मिलता है. इस पर गौर करने की जरूरत है. पीटरसन ने कहा कि मैं टेस्ट क्रिकेट के लिए भी डरता हूं. और मैं लंबे समय से कह रहा हूं कि मैं टेस्ट क्रिकेट को लेकर चिंतित हूं और मुझे लगता है कि जो तत्काल संतुष्टि हम सभी चाहते हैं वह टेस्ट क्रिकेट को नुकसान पहुंचा सकती है.(भाषा)