नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 10 लाख कर्मियों के लिए भर्ती अभियान 'रोजगार मेला' के तहत सरकारी विभागों और संगठनों में नवनियुक्त करीब 71 हजार कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र सौंपे.
नियुक्ति पत्र प्राप्त करने वाले युवा देशभर में विभिन्न सरकारी विभागों में कनिष्ठ अभियंता, लोको-पायलट, तकनीशियन, निरीक्षक, उप निरीक्षक, कांस्टेबल, आशुलिपिक और कनिष्ठ लेखाकार, ग्रामीण डाक सेवक, आयकर निरीक्षक, अध्यापक, नर्स, डॉक्टर और सुरक्षा अधिकारी के पदों पर नियुक्त किए जाएंगे.
प्रधानमंत्री द्वारा नियुक्ति पत्र सौंपे जाने से पहले नवनियुक्त कर्मियों ने कर्मयोगी प्रारंभ मॉड्यूल के बारे में उनसे अपने अनुभव भी साझा किए. पश्चिम बंगाल की सुप्रभा, कश्मीर के श्रीनगर के फैजल शौकत शाह, बिहार के दिव्यांग राजू कुमार और तेलंगाना के वायसी कृष्णा सहित कुछ युवाओं ने प्रधानमंत्री को अपने संघर्षों और अनुभवों के बारे में बताया. कर्मयोगी प्रबंधन मॉड्यूल विभिन्न सरकारी विभागों में सभी नवनियुक्त कर्मियों के लिए ऑनलाइन आरंभिक पाठ्यक्रम है. इसमें सरकारी सेवकों के लिए आचार-संहिता, कार्यस्थल पर नैतिकता, सत्यनिष्ठा और मानव संसाधन नीतियां शामिल हैं.
इसके पहले रोजगार मेले के माध्यम से करीब 75 हजार नए लोगों को नियुक्ति पत्र दिए गए थे:
गौरतलब है कि पिछले साल नवंबर में आयोजित रोजगार मेले के दौरान विभिन्न पदों पर चयनित 71 हजार युवाओं को उनके नियुक्ति पत्र सौपे गए थे. इसके पहले रोजगार मेले के माध्यम से करीब 75 हजार नए लोगों को नियुक्ति पत्र दिए गए थे. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के मुताबिक, रोजगार मेला देश में रोजगार सृजन को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता की दिशा में एक बड़ा कदम है. सोर्स- भाषा