SIR पर गर्म सियासत, पीसीसी चीफ डोटासरा के आरोपों पर मदन राठौड़ का पलटवार, देखिए खास रिपोर्ट

जयपुरः SIR के मसले पर सियासत उफान पर है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा के बयानों पर पलटवार किया है. मदन राठौड़ ने कहा कि मतदाता सूची के पुनरीक्षण का स्वागत किया जाना चाहिए ये एसआईआर देशहित में आवश्यक कदम है. मदन राठौड़ ने कहा कि एसआईआर का विरोध करने वाली पार्टी को सिर्फ अपने वोटबैंक से मतलब, न कि लोकतंत्र की रक्षा से. 

बिहार और बंगाल में SIR पहले ही तूफान ला चुका है. अब राजस्थान की बारी है. प्रदेश के दो प्रमुख दल आमने सामने हो गए है. पीसीसी गोविंद सिंह डोटासरा ने अपनी प्रेस वार्ता से बीजेपी को निशाने पर लिया. पीसीसी चीफ डोटासरा के बयानों पर पलट वार करते हुए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण और शुद्धिकरण की प्रक्रिया को सकारात्मक और देश हितकारी पहल बताया. राठौड़ ने कहा कि एसआरआर कार्य न केवल लोकतांत्रिक व्यवस्था को सुदृढ़ करेगा, बल्कि मताधिकार के दुरुपयोग को भी रोकने में सहायक सिद्ध होगा 

यहां मसला पंचायतीराज और निकाय चुनावों को लेकर है. यही कारण है कि मदन राठौड़ और गोविंद सिंह डोटासरा आमने सामने हो गए है मदन राठौड़ ने आरोप लगाया कि  दुर्भाग्यवश, बीते वर्षों में कुछ राजनीतिक दलों ने अपने स्वार्थवश ऐसे लोगों के नाम मतदाता सूची में जुड़वा दिए हैं, जो इस देश के नागरिक नहीं हैं,कुछ क्षेत्रों में रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों के नाम भी मतदाता सूची में शामिल होने की शिकायतें मिली हैं, ऐसे लोग भारत को एक धर्मशाला की तरह समझकर यहां केवल लाभ उठाने आते हैं, परंतु राष्ट्रहित या जनसेवा से उनका कोई सरोकार नहीं होता,ऐसे अवैध रूप से जुड़े नामों को मतदाता सूची से हटाना पूरी तरह उचित और आवश्यक कदम है, उन्होंने विपक्षी दलों की आलोचना करते हुए कहा कि जो दल इस कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं, वे वास्तव में अपने कथित वोट बैंक की राजनीति बचाने में लगे हैं, न कि लोकतंत्र की रक्षा में, ऐसे में मेरा नागरिकों से आह्वान है कि वे मतदाता सूची पुनरीक्षण में सक्रिय सहयोग दें, अपने परिवार और क्षेत्र में पात्र मतदाताओं के नाम जुड़वाएं और सुनिश्चित करें कि अवैध या फर्जी नाम सूची में न रहें.